भोपाल| आनलाइन ठगी का शिकार होकर एक दंपती ने गुरुवार तड़के अपने दो बच्चों सहित अपनी जान दे दी। मामला शहर के रातीबड़ क्षेत्र की शिव विहार कालोनी का है। दरअसल 38 वर्षीय भूपेंद्र विश्वकर्मा ने 35 वर्षीय पत्नी रितु के साथ फांसी का फंदा लगाकर जान दे दी। इससे पहले उन्होंने अपने नौ और तीन वर्षीय बेटों को कोल्ड ड्रिंक में जहर देकर मौत की नींद सुला दिया।
जानकारी के अनुसार भूपेंद्र ने अप्रैल में कोलंबिया की एक कंपनी सीएसवायओएनएलएलईएमडाटकाम में आनलाइन काम शुरू किया था। यह कंपनी टीआरपी बढ़ाने का काम करने का दावा करती है। काम शुरू करने के बाद कुछ दिन तक फायदे देने के बाद कंपनी ने भूपेंद्र को अधिक मुनाफा का लालच दिया और उनकी कमाई के रुपये सहित घर की पूरी पूंजी लगवा दी। इसके बाद एक एप के जरिये एग्रीमेंट करवाकर लोन भी दिलवा दिया। इसके बाद कथित कंपनी 17 लाख रुपए मांगने लगी। भूपेंद्र ने मना किया तो ठगों ने जो उनके मोबाइल फोन और लैपटाप से निजी वीडियो, फोटो हासिल कर लिए थे, वह उनके मोबाइल फोन में मौजूद कांटेक्टस को भेज दिए।
इसके बाद भूपेंद्र इतने परेशान हो गए कि आत्महत्या जैसा कदम उठाया। इससे पहले उन्होंने चार पेज का एक सुसाइड नोट लिखा जो तड़के चार बजे अपनी भतीजी को भी वाट्सएप पर भी भेजा। इससे पहले उन्होंने अपने परिवार के साथ सेल्फी भी ली।
अंतिम संस्कार एक साथ करने की अंतिम इच्छा
पुलिस को मौके से जो सुसाइड नोट मिला है, उसमें घर के बाकी सदस्यों से इस कृत्य के लिए माफी मांगी गई है और लिखा है कि शायद हमारे जाने के बाद सब अच्छा हो जाएगा। साथ ही निवेदन किया गया है कि हमारे जाने के बाद मेरे परिवार वालों को लोन के लिए परेशान न किया जाए। रिश्तेदारों या सहकर्मियों को भी परेशान न किए जाने का जिक्र है। साथ ही सुसाइड नोट में सभी का एक साथ सामूहिक दाह संस्कार करने और पोस्टमार्टम न किए जाने की भी इच्छा व्यक्त की गई है।