भोपाल, मध्य प्रदेश में बदहाल शिक्षा व्यवस्था और बच्चों के लगातार स्कूल छोड़ने को लेकर आम आदमी पार्टी की प्रदेश अध्यक्ष रानी अग्रवाल ने प्रदेश की भाजपा सरकार पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश में सरकारी स्कूलों की शिक्षा व्यवस्था बदहाल है। प्रदेश के सरकारी स्कूलों की बिल्डिंग जर्जर हो चुकी हैं, न तो स्कूलों में टीचर हैं और न ही सुविधाएं। बच्चे पेड़ के नीचे या चबूतरे पर बैठकर पढ़ाई करने को मजबूर हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार का फोकस शिक्षा व्यवस्था पर नहीं बल्कि चुनाव जीतने की रणनीति बनाने पर और घोटाले करने पर है।
आम आदमी पार्टी की प्रदेश अध्यक्ष और सिंगरौली महापौर रानी अग्रवाल ने आगे कहा कि प्रदेश में 8 हजार से ज्यादा स्कूल ऐसे हैं जो केवल एक शिक्षक के भरोसे ही चल रहे हैं जबकि हजारों स्कूलों में एक भी शिक्षक नहीं हैं। उन्होंने कहा कि सरकार की तरफ से मॉनिटरिंग और ध्यान न दिए जाने के कारण स्कूलों में टीचर टाइम पर नहीं पहुंच रहे हैं और न ही कोई पढ़ाई हो रही है। मजबूरी में बच्चे स्कूल छोड़ने को मजबूर हो रहे हैं।
रानी अग्रवाल ने कहा कि बालाघाट के लांजी के बिसोनी में सरकारी हाईस्कूल के 81 छात्रों ने एक साथ टीसी मांगी है। छात्रों ने स्कूल में पढ़ाई न होने और टीचरों के वक्त पर स्कूल न आने का हवाला दिया है। एक साथ इतने सारे बच्चों के टीसी मांगने से न केवल प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े होते हैं बल्कि सरकार की मंशा पर भी सवालिया निशान लगते हैं। उन्होंने कहा कि सरकारी स्कूलों की तरफ ध्यान न देना भाजपा सरकार की गरीबों के बच्चों को पढ़ाई से रोकने को लेकर एक बड़ी साजिश है।
आप की प्रदेश अध्यक्ष रानी अग्रवाल ने कहा कि भाजपा राज में सरकारी स्कूलों की पढ़ाई बर्बाद हो गई है। सरकार शिक्षा में निजीकरण को बढ़ावा दे रही है और सरकारी शिक्षा पर फोकस नहीं कर रही है। उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश के उलट आम आदमी पार्टी शासित दिल्ली में बेहतर शिक्षा बच्चों को मिल रही है। दिल्ली का शिक्षा मॉडल पूरे देश के लिए एक आदर्श है। मध्य प्रदेश की सरकार को भी दिल्ली के शिक्षा मॉडल से कुछ सीखना चाहिए और मध्य प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था को बेहतर करने के लिए काम करना चाहिए। उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश की सरकार की मंशा ही नहीं हैं कि प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था बेहतर हो।
रानी अग्रवाल ने कहा कि दिल्ली में एक बच्चे पर सालाना 54 हजार सरकार खर्च करती है लेकिन मध्य प्रदेश में केवल 12 हजार रुपये प्रदेश सरकार एक बच्चे पर खर्च करती है। उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश में बच्चे लगातार स्कूल छोड़ रहे हैं। 5 सालों मे करीब 3.5 लाख बच्चों ने स्कूल छोड़ा है। ये आंकड़ा बताता है कि मध्य प्रदेश में सरकारी स्कूलों को लेकर लोगों में निराशा का भाव है।
आप की प्रदेश अध्यक्ष रानी अग्रवाल ने कहा कि मध्य प्रदेश में आम आदमी पार्टी की सरकार बनी तो दिल्ली की तरह मध्य प्रदेश में भी बेहतर स्कूल बनाए जाएंगे और शिक्षा व्यवस्था बेहतर की जाएगी।