Home Madhya Pradesh मध्‍य प्रदेश के आठ जिलों में भारी वर्षा की चेतावनी

मध्‍य प्रदेश के आठ जिलों में भारी वर्षा की चेतावनी

Heavy rain warning in eight districts of Madhya Pradesh

भोपाल| मध्य प्रदेश हाई अलर्ट पर है क्योंकि इंदौर-उज्जैन क्षेत्र के लिए भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है। इंदौर, धार, रतलाम, मंदसौर और नीमच में अगले 24 घंटों में 8 इंच तक बारिश हो सकती है। साथ ही राज्य के 29 जिलों में भारी बारिश होने की संभावना है। प्रदेश पर मानसून मेहरबान है। कई जिलों में गुरुवार की सुबह से तेज वर्षा शुरू हो गई है।
राजधानी भोपाल में सुबह से रुक-रुककर बारिश हो रही है। इसके साथ ही कई जिलों में बारिश की शुरुआत हो गई है। मौसम विभाग ने अपने पूर्वानुमान में आठ जिलों में भारी वर्षा की चेतावनी जारी की है। चेतावनी के अनुसार अगले 24 घंटे में कई जिलों में भारी बारिश शुरू हो जाएगी।

गुरुवार को भी राजधानी भोपाल में पूरे दिन बादल छाए रहे हैं। शुक्रवार को भी ऐसा ही मौसम रहेगा। मौसम विभाग के अनुसार भोपाल में सोमवार को अधिकतम तापमान 27.3 डिग्री सेल्सियस रहा है। मौसम विभाग के अनुसार सीहोर, बैतूल, हरदा व शाजापुर, इंदौर, उज्जैन, आशोकनगर और नर्मदापुरम में भारी वर्षा की संभावना हैं। यहां पर भारी वर्षा और व्रजपात कि संभावना व्यक्त की है।

इन सभी स्थानों पर आरेंज अलर्ट जारी किया गया है। जबकि राजधानी भोपाल में गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ सकती हैं। मौसम विभाग के अनुसार, हाल ही में ग्वालियर-चंबल क्षेत्र पर बना चक्रवाती परिसंचरण अब उत्तर प्रदेश की ओर बढ़ गया है, जबकि मानसून पूर्वी मध्य प्रदेश से गुजर रहा है।

दक्षिण-पश्चिम में अरब सागर की हवाओं और दक्षिण-पूर्व में बंगाल की खाड़ी की हवाओं के प्रभाव के कारण राज्य के कई जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश हो रही है. मौसम का यह मिजाज अगले 48 घंटों तक जारी रहने की उम्मीद है।

शाजापुर और बेगमगंज जैसे क्षेत्रों में बाढ़ की सूचना मिली है, जबकि नर्मदा और पार्वती जैसी नदियों में जल स्तर में वृद्धि देखी गई है।विदिशा में सिरोंज, कुरवाई और गंजबासौदा इलाके के करीब 20 गांव बाढ़ जैसी स्थिति से प्रभावित हुए हैं, सबसे ज्यादा नुकसान मदौखेड़ी, इमलिया और फतेहपुर के गांवों में हुआ है।

लगातार बारिश से सामान्य जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है और कई क्षेत्रों में जलभराव हो गया है। इसके अलावा, इंदौर और बैतूल जैसे क्षेत्रों में अत्यधिक वर्षा हुई है, जिससे झरने और डूबने की घटनाएं हुईं। स्थानीय अधिकारी स्थिति पर करीब से नजर रख रहे हैं।

मौसम विभाग से मिली जानकारी के अनुसार वर्तमान में अलग-अलग स्थानों पर बनी मौसम प्रणालियों से प्रदेश में रुक-रुककर वर्षा हो रही है। अभी मौसम खुलने की संभावना नहीं है। उत्तर-पश्चिमी बंगाल की खाड़ी में हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना हुआ है।

16 जुलाई को इस चक्रवात के ऊर्जावान होने की संभावना है। उसके प्रभाव से 17 जुलाई से मप्र में मानसून की गतिविधियों में और तेजी आने के आसार हैं। प्रदेश में अब तक सामान्य से 15 प्रतिशत अधिक वर्षा हो चुकी है, मौसम विज्ञानियों का कहना है कि अभी वर्षा का सिलसिला थमने की उम्मीद नहीं है।

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