मध्य प्रदेश के राष्ट्रीय उद्यान में आज एक नर चीते की मौत हो गई। शुरुआती जानकारी के अनुसार अफ़्रीकी चीता सूरज
आज सुबह कुनो राष्ट्रीय उद्यान में मृत पाया गया। अधिकारियों ने कहा कि वे सूरज की मौत के सही कारण का पता लगाने
की कोशिश कर रहे हैं। इससे पहले गत मंगलवार को एक और नर चीता तेजस राष्ट्रीय उद्यान में मृत पाया गया था। 27
मार्च को साशा नाम की मादा चीता की किडनी की बीमारी के कारण मृत्यु हो गई थी। फिर 23 अप्रैल को उदय की
कार्डियो समस्या के कारण मृत्यु हो गई और 9 मई को दक्ष नामक मादा चीता से मैटिंग के दौरान एक नर के साथ हिंसक
झड़प के बाद मृत्यु हो गई। 25 मई को दो चीता शावकों की प्रतिकूल मौसम के चलते मृत्यु हो गई।
कूनो में चीतों की कब-कब हुई मौत
-27 मार्च को किडनी में संक्रमण के चलते चार साल की मादाचीता साशा की मौत।
– 23 अप्रैल को नर चीता उदय की हार्टअटैक से मौत हो गई थी। उसे बाड़े में लड़खड़ाकर अचानक बहोश होते देखा गया था।
-9 मई को बाड़े में दो नर चीतों अग्नि और वायु के साथ संघर्ष में मादा चीता दक्षा की मौत हो गई थी।
-23 मई को एक चीता शावक की मौत हुई। इसे सियाया (ज्वाला) चीता ने जन्मा था
-25 मई को ज्वाला के दो अन्य शावकों की मौत हुई।
-11 जुलाई को चीता तेजस की मौत हो गई। इसे दक्षिण अफ्रीका से लाया गया था।