भोपाल, नगर निगम चुनाव 2022 को हुए पूरे एक साल हो गये है, 2022 जुलाई में हुए चुनाव के बाद से कोलार उपनगर में आने वाले वार्ड 80, 81, 82, 83 और 84 में उम्मीद जागी थी की क्षेत्र में चार इंजनों के साथ बेहतर कार्य होगा। जनता को मूल आवश्यकताओं के लिए आईएसबीटी और माता मंदिर स्थित नगर निगम ऑफिसों की दौड़ खत्म होगी पर ऐसा हुआ नहीं।
बात करें पार्षदों की तो वार्ड 83 के पार्षद रविन्द्र यति को छोड़ अन्य पार्षद जनता के बीच खास प्रभाव नही बना सके है। कोलार क्षेत्र में आने वाले अन्य वार्ड ऑफिस पार्षद पीए और कार्यकर्ताओं द्वारा चलते देखें गये।
पार्षदों ने पूरा साल भर धार्मिक आयोजनों में आना जाना, सोशल मीडिया पोस्ट में गुजरा। जमीनी विकास कार्यों के लिए विधायक रामेश्वर शर्मा पर ही निर्भरता बनी रही।
जलभराव, सीवेज, सड़क और सफाई जैसी अनेकों शिकायत सीएम हेल्पलाइन और विधायक के हस्तक्षेप के बाद ही समाधान तक पहुँची। स्ट्रीट लाइट भी पूरे शहर में हुए बदलवा के कारण ही बदली गई।
जनता कहती है कई बार हुई पार्षदों से चर्चा में सामने आया है की योजनाओं को समझने और उनके क्रियान्वयन में पार्षद मार्गदर्शन खोजते रहते है।
उदाहरण के लिए पूरे कोलार क्षेत्र में व्यापारियों के लिए मात्र दो सुलभ शौचालय वर्तमान में संचालित हो रहे है। क्षेत्र के अंदरूनी हिस्सों में अतिक्रमण बढ़ गया। गार्डन उजड़े पड़े है। सड़को के किनारे नालियां नहीं है जो जलभराव का मूल कारण है। टैक्सदाता दुकानदार अतिक्रमण के कारण से परेशान है। साफ सफाई के लिए सफ़ाई कर्मियों की कमी। बार बार पेय जलप्रदाय में बाधा। पेड़ो की कटाई।