भोपाल, मध्यप्रदेश केबिनेट की मंजूरी के बार हुजूर विधानसभा में बैरागढ़ क्षेत्र में बनने वाले मध्यप्रदेश के पहले 6 लेन डबल डेकर एलीवेटेड पुल निर्माण पर विवाद खड़ा हो गया है वही विधायक रामेश्वर शर्मा इसे क्षेत्र के विकास में मील का पत्थर बता रहे। विधायक रामेश्वर शर्मा ने एलिवेटेड पुल के रूप में मिली सौगात पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का आभार व्यक्त किया है। रामेश्वर शर्मा ने कहा की संत हिरदाराम नगर में एलिवेटेड डबल-डेकर 6-लेन ब्रिज की सौगात के साथ हिरदाराम नगर प्रदेश में हिस्ट्री मेकर बन गया है, यह ब्रिज लगभग 306 करोड़ की लागत से बनकर तैयार होगा।
बता दें कि विधायक शर्मा लंबे समय से इस ब्रिज की मांग कर रहे थे, जो कि मेट्रोपॉलिटन शहरों का विकास है। यह ब्रिज बनने के बाद संत हिरदाराम नगर प्रदेश का ऐसा पहला नगर होगा जिसके पास अपना एलिवेटेड डबल-डेकर 6-लेन ब्रिज होगा। इस डबल डेकर ब्रिज के बनने से BRTS की समस्या से मुक्ति मिलेगी साथ ही पार्किंग समस्या से जूझ रहे संत नगर को बड़ी राहत मिलेगी। आपको बता दें कि हुजूर विधानसभा के विधायक रामेश्वर शर्मा की पहचान क्षेत्र में विकास पुरुष नेता की है। उनके कार्यकाल में पिछले 9 साल में कई आनोखे विकास कार्य किये जा रहे हैं।
कांग्रेस नेता उठा रहे है सवाल
एलिवेटेड ब्रिज निर्माण को मिली केबिनेट की स्वीकृति के बाद कांग्रेस नेता नरेश ज्ञानचंदानी का कहना है कहा कि इस ब्रिज को शहर के बीच न बनाकर तालाब किनारे से बनाया जाए, शहर के बीच मे बनने से व्यापार चौपट हो जाएगा।
उन्होंने बताया कि व्यापारियों की समस्या को सुनकर पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह भी इस ब्रिज को तालाब किनारे से बनाने का आग्रह केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी और शिवराज सिंह चौहान को आग्रह कर चुके है।
नरेश ज्ञानचंदानी ने कहा चुनाव निकट आते ही आनन फानन मे बिना सोचे समझे यह योजना लाना सरकार पर सवाल खड़ा होता है। शिवराज सरकार को जो व्यापार बर्बाद होगा उसकी कोई चिंता नही है।
ज्ञानचंदानी ने आरोप लगाया की ब्रिज बनाने के लिए बैरागढ़ की जनता और व्यापारियों से सहमति नहीं ली गयी है। मंजूरी देते समय ये नहीं बताया की निर्माण में कितने साल लगेंगे ? कितनी दुकानें टूटेगी वो भी विधायक रामेश्वर शर्मा को स्पष्ट होना चाहिए।
हम पहले भी मांग कर रहे थे अब भी कह रहे है व्यापारियों के हित में इस ब्रिज को शहर के बीच से न बनाकर तालाब किनारे से बनाया जाए तो शहर को इससे दो मार्ग की सुविधा मिलेगी।