रायसेन। रायसेन के जिला शिक्षा कार्यालय में पदस्थ बाबू सिद्धार्थ सिंह पिछले 40 घंटे से ज्यादा समय से लापता हैं। भोपाल के न्यू मार्केट में रहने वाले सिद्धार्थ सिंह रविवार देर शाम करीब सात बजे अपने घर से स्कूटर लेकर निकले थे। तभी से वह घर नहीं लौटे। उनकी स्कूटर रायसेन के पास बेतवा नदी के जाखा पुल के पास खड़ी मिली है। स्कूटर की डिक्की में उनका मोबाइल, पर्स और करीब चार हजार रुपये मिले हैं।
रायसेन पुलिस और होमगार्ड की टीम सोमवार सुबह से नदी में तलाश कर रही है लेकिन उनका अब तक कुछ पता नहीं चला है। सिद्धार्थ के चचेरे भाई सागर सिंह ने बताया कि सिद्धार्थ पिछले एक हफ्ते से परेशान चल रहा था, उसने आनलाइन गेम में कर्जा कर लिया था। करीब तीन दिन पहले ही जब परिवार को पता चला तो उसका करीब दो लाख रुपये तक कर्ज चुका दिया था। उसके बाद से सब कुछ ठीक था, रविवार शाम को वह घर से घूमने जाने का कहकर निकला जो अब तक नहीं लौटा। रविवार रात साढ़े 9 बजे उसकी पत्नी से बात हुई थी तो उसने आधे घंटे में आने का कहा था। उसके बाद से ही मोबाइल बंद आ रहा है। हमनें ढूंढने की कोशिश की उसके बाद मोबाइल लोकेशन के आधार पर बेतवा नदी की लोकेशन मिली। जब हम वहां पहुंचे तो उसका स्कूटर पुल के पास खड़ा मिला। बाद में जब हमने दूसरी चाबी से डिक्की खोली तो उसके अंदर मोबाइल, पर्स और पैसे मिले। सिद्धार्थ की करीब 2 साल पहले शादी हुई थी उनकी कोई संतान नहीं है उनके पिता के निधन के बाद रायसेन शिक्षा विभाग में उसकी अनुकंपा नियुक्ति हुई थी।
10 किलोमीटर दूर तक तलाश किया
चौकी प्रभारी संजीव त्यागी ने बताया कि पुल से करीब 50 मीटर दूर स्कूटर खड़ा मिला है, इसलिए नदी में कूदने की आशंका जताई जा रही है। सोमवार को दिनभर तलाश किया। मंगलवार को भी करीब 10 किलोमीटर दूर तक नाव से सर्चिंग की, लेकिन अभी कुछ पता नहीं चला है। होमगार्ड कमांडेंट उमेश तिवारी का कहना है कि ये नहीं पता है कि युवक नदी में कूदा है लेकिन मामला संदिग्ध है इसलिए उनकी टीम लगातार सर्चिंग कर रही है।