बुरहानपुर। जिले के आदिवासी विकासखंड खकनार के सोनुद गांव में आदिम जाति कल्याण विभाग द्वारा संचालित प्राथमिक शाला के शिक्षकों का एक ऐसा कारनामा सामने आया है, जो विभाग के साथ ही पूरे सिस्टम को कठघरे में खड़ा करता नजर आ रहा है। इस वीडियो में स्कूल के प्रधान पाठक और दो शिक्षक स्कूल में ही मुर्गा-शराब पार्टी करते नजर आ रहे हैं।
स्कूल में पढ़ने वाली छात्राओं के मुताबिक शुक्रवार को शिक्षकों ने कुछ विद्यार्थियों को प्रवेश देने के बदले बतौर रिश्वत मुर्गा मंगाया और दोपहर पौने तीन बजे ही स्कूल की छुट्टी कर दी। इसके बाद स्कूल के मध्याह्न भोजन कक्ष में ही मुर्गे को पकाया गया।
वहीं पर शिक्षकों ने मुर्गा-शराब पार्टी कर डाली। इंटरनेट मीडिया पर पार्टी और छात्राओं के बयान वाले वीडियो बहु प्रसारित होने के बाद कलेक्टर भव्या मित्तल तक मामला पहुंचा तो उन्होंने पूरे मामले की जांच के निर्देश दिए हैं।
कलेक्टर ने कहा है कि इस तरह शिक्षा के मंदिर को कलंकित करने नहीं दिया जा सकता। संबंधित शिक्षकों को निलंबित कर जांच कराई जाएगी। दोषी पाए जाने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। वर्तमान में नवल राठौर स्कूल के प्रधान पाठक हैं और अरुण पंधारे व सिखराम पवार शिक्षक के रूप में पदस्थ हैं।
शराब पीकर स्कूल आते हैं शिक्षक
स्कूल में पढ़ने वाली छात्रा दीपाली मोहन, रानी अनार व ग्रामीण पवन पवार सहित अन्य लोगों ने बताया कि कथित शिक्षक अक्सर शराब पीकर ही स्कूल पहुंचते हैं और विद्यार्थियों के साथ गाली गलौज भी करते हैं। इनके न तो स्कूल आने का कोई समय निर्धारित है और न जाने का समय तय है। ग्रामीणों ने कई बार शिक्षकों को समझाने का प्रयास भी किया, लेकिन वे किसी की नहीं सुनते। गांव के लोगों ने ऐसे शराबी शिक्षकों को तत्काल हटाने और योग्य शिक्षकों की नियुक्ति करने की मांग की है।
इनका कहना है
सोनुद स्कूल का मामला संज्ञान में आया है। घटना की जांच के निर्देश दिए गए हैं। शिक्षा के मंदिरों को अपवित्र नहीं होने दिया जाएगा। दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।