भोपाल। कई लोग सिविल सेवा परीक्षा देकर सिविल सेवाओं में आना चाहते हैं, लेकिन आर्थिक तंगी के कारण उचित काेचिंग नहीं कर पाते लिहाजा उनका यह सपना मात्र सपना बनकर रह जाता है। खास तौर पर आदिवासी समुदाय में आर्थिक समस्याओं के चलते अभ्यर्थी सिविल सेवा में नहीं जा पाते, ऐसे में अब अनुसूचित जाति के ऐसे अभ्यर्थियों का सपना पूरा करने के लिए मध्य प्रदेश की शिवराज सरकार एक याेजना चला रही है, जिसके माध्यम से एसटी वर्ग के अभ्यर्थियों को दिल्ली में निशुल्क कोचिंग उपलब्ध करवाई जाती है।
क्या है योजना?
मध्य प्रदेश सरकार द्वारा शुरू की गई इस योजना का नाम ‘5205 अखिल भारतीय सेवाओं की सिविल सेवा परीक्षा हेतु निजी संस्थाओं द्वारा कोचिंग’ है। जो कि जनजातीय कार्य विभाग के अंतर्गत आती है।
क्या है योजना का उद्देश्य?
अनुसूचित जाति वर्ग से अभ्यर्थी संघ लोक सेवा आयोग की विभिन्न स्तर की परीक्षाओं में उत्तीर्ण हो इसके लिए इस योजना की शुरूआत की गई है। योजना के तहत सरकार द्वारा दिल्ली स्थित प्रतिष्ठित कोचिंग संस्थान से अभ्यर्थियों को निशुल्क कोचिंग दिलाई जाती है।
क्या है पात्रता?
-आवेदक मध्य प्रदेश का मूलनिवासी हो और अनुसूचित जाति में आता हो
-माता-पिता अथवा खुद की वार्षिक आय 6 लाख रूपये से अधिक न हो
-ऐसे आवेदक जिन्होने MPPSC मुख्य परीक्षा बीते तीन सालों में उत्तीर्ण की है, उन्हे योजना के तहत सीधे चयनित किया जाएगा
-शेष सीटों पर ग्रेजुएशन कर चुके आवेदकों को स्नातक के प्राप्तांक के आधार पर, मेरिट के आधार पर चयनित किया जाएगा
-5% सीटें कम आय के जरूरत मंद होनहार विद्यार्थियों के लिए आरक्षित होगीक्या है अन्य शर्तें?
अभ्यर्थियों को योजना का लाभ एक बार प्रदान किया जाएगा
MPTAASC पोर्टल में प्रोफाईल पंजीयन करना अनिवार्य होगा
अभ्यर्थी की आयु UPSC द्वारा संबधित वर्ष की सिविल सेवा परीक्षा के पात्रता अनुसार ही निर्धारित होगी
क्या होगी सुविधाएं?
योजना के तहत संबंधित कोचिंग के बैंक खाते में सीधे अभ्यर्थी की फीस ट्रांसफर की जाएगी। (अधिकतम दो लाख रूपये)
किताबे खरीदने के लिए अभ्यर्थी के बैंक खाते में 15 हजार रूपये ट्रांसफर किए जाएंगे। (सिर्फ एक बार)
अभ्यर्थियों को परिवहन, आवास और भोजन सुविधा के लिए हर माह 12 हजार 500 रूपये प्रतिमाह दिए जाएंगे। (18 माह तक)
योजना के तहत आवेदन करने के लिए इस लिंक पर क्लीक करें
http://www.tribal.mp.gov.in/MPTAAS