मध्यप्रदेश में 2023 के विधानसभा चुनाव होना है। प्रशासन से लेकर राजनीतिक दल चुनावी जमावट में जुटे हुए है। प्रदेश में लगातार प्रशासनिक अधिकारियों के तबादले हो रहे है। कई विभागों में कर्मचारी स्तर पर भी ट्रांसफर चालू हो रहे है। मलाईदार विभाग भी कार्यों को गति के साथ कर बिलिंग प्रॉसेस पूरी करने में जुटे है।
राजनीतिक दल विभिन्न कमेटियों का गठन कर चुनाव प्रबंधन शुरू कर चुके है।
बूथ मैनजमेंट में दोनों दलों के साथ जिला प्रशासन भी मतदाताओं में जागरूकता लाने और अधिक से अधिक मतदान के लिए नए वोटरों को जोड़ने में जुट गया है।
चुनावी रस्म आदगी के तहत प्रमुख दल पुराने कार्यकर्ताओं की खैर ख़बर ले रहे है। वर्तमान जनप्रतिनिधियों ने भी अब मंचों पर “मैं” का राग देना बंद कर “हमें” का उपयोग शुरू कर दिया है। कमर झुका कर जनता से मुस्कराहट के साथ मिलना शुरू दिया है।
जो नाराज है उन्हें दिल पर पत्थर रख पद, लोभ, ठेके देकर मनाने की चुनावी खास रस्म शुरू कर दी है।