भोपाल, कोलार उपनगर में आईफ्लू का खतरा लगातार बढ़ रहा है। राजधानी के अस्पतालों की ओपीडी में आधे से ज्यादा मरीज आई फ्लू से पीड़ित ही हैं। एक व्यक्ति से कई लोगों में यह फैल रहा है। ऐसे में अस्पतालों में अब कोरोना की तर्ज पर आई फ्लू का उपचार किया जा रहा है। आई फ्लू के लिए भी कोरोना के नियमों का पालन करना अनिवार्य किया गया है। मीडिया से मिली जानकारी में बताया कि हमीदिया अस्पताल में आई फ्लू के मरीजों के लिए अलग ओपीडी तैयार की गई है। इसके साथ ही यहां आने वाले मरीजों के लिए मास्क, हैंड सैनिटाइजर के साथ ब्लैक चश्मा भी अनिवार्य किया गया है। जेपी अस्पताल में भी इन मरीजों के लिए अलग व्यवस्था की गई है। जेपी अस्पताल के अधीक्षक डॉ. राकेश श्रीवास्तव के अनुसार मरीजों को समझाया जा रहा है कि हाथों को साफ रखें। साथ ही सेनेटाइजर का प्रयोग करें। साथ ही अपने हाथों को आंखों से दूर रखें।
एम्स ने जारी किया अलर्ट, मक्खियां संक्रमण के लिए जिम्मेदार
आई फ्लू का संक्रमण से बचने के लिए एम्स भोपाल ने गाइडलाइन जारी की है। इसमें कहा गाया है कि इस मौसम में मक्खियों की अधिकता के कारण यह संक्रमण होता है। इसलिए वातावरण को साफ रखना जरूरी है। स्विमिंग पूल में जाने से परहेज करना चाहिए। यह बीमारी एक आदमी से दूसरे आदमी में फैलता है। ऐसे में साफ और ठंडे पानी से बार- बार आंखें धोनी चाहिए। काले चश्मे का इस्तेमाल करें।
एम्स के नेत्र रोग बता रहे कि ज्यादातर लोगों को अक्सर बगैर दवा के संक्रमण कम हो जाता है। उन्होंने बताया कि अपना तौलिया व रूमाल अलग रखना चाहिए। भीड़ वाले इलाकों में जाने से बचना चाहिए।