घर के नियमों के साथ-साथ किचन में भी कुछ नियमों का पालन जरूर करना चाहिए। वास्तु शास्त्र में रसोई घर से जुड़े नियम बताए गए हैं, अगर इन नियमों का पालन कर लिया जाए तो घर में सुख-समृद्धि के साथ खुशहाली भी आती है। अगर घर का वास्तु ठीक न हो तो व्यक्ति को जीवन भर परेशानियों का सामना करना पड़ता है। रसोई घर का वास्तु खासतौर पर ठीक होना चाहिए। दिन की शुरुआत में सबसे पहले रसोई घर में प्रवेश किया जाता है, वहीं से परिवार के सदस्यों का भोजन बनता है। इसलिए रसोईघर से जुड़ी इन 4 बातों को हमेशा ध्यान में रखें।
रसोई घर का निर्माण
वास्तु शास्त्र के मुताबिक ही रसोई घर का निर्माण करना चाहिए। सीढ़ियों के नीचे कभी भी रसोई घर नहीं होना चाहिए। शौचालय के ऊपर या नीचे भी रसोई नहीं होनी चाहिए। ऐसे में परिवार के लोगों की सेहत और धन पर बुरा असर पड़ता है।
दिशा का रखें ध्यान
खाना बनाते समय आपका मुख दक्षिण दिशा में नहीं होना चाहिए। दक्षिण दिशा यमराज की दिशा मानी जाती है, जिसे अशुभ कहा गया है। खाना बनाते वक्त आपका मुख पूर्व दिशा की ओर ही रहना चाहिए। यह दिशा ग्रहों के राजा सूर्य की दिशा मानी जाती है।
नियमित सफाई
रसोई घर के गैस और चूल्हे की नियमित रूप से सफाई करना चाहिए। रसोई घर के गंदे रहने से बैक्टीरिया और वायरस पनप जाते हैं। इसके कारण बीमारी और नकारात्मक शक्तियों का घर में प्रवेश होता है।
इस दिशा में मुख करके न बनाएं खाना
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, केवल दक्षिण दिशा ही नहीं बल्कि उत्तर और पश्चिम दिशा की ओर मुख करके भी भोजन नहीं बनाना चाहिए। ऐसा करने से घर की बरकत चली जाती है। साथ ही परिवार में गरीबी आने लगती है।