दिल्ली 24 अगस्त| गर्भाशय ग्रीवा के कैंसर के सफल उपचार के बाद मिजाेरम की एक महिला तथा उसके गर्भस्थ शिशु का जीवन बचा लिया गया है और लगभग डेढ़ वर्ष के उपचार के बाद दोनों स्वस्थ हैं। इंद्रप्रस्थ अपोलो अस्पताल के कैंसर सेंटर के मेडिकल ऑन्कोलॉजी विभाग के वरिष्ठ कंसल्टेंट डॉ. पी.के. दास ने बृहस्पतिवार को यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा ,“ कैंसर पीड़ित मरिना सीएच राल्टे (39) का मामला असाधारण था, जिसके लिए एक बहु-विषयक विशेषज्ञों की जरूरत होती है। हमारी प्राथमिकता मां और बच्चे दोनों को सुरक्षित रखना था। दवाओं से गर्भस्थ शिशु को कोई नुकसान नहीं होना प्राथमिकता रही रही।” उन्होंने कहा कि महिला को उसके गर्भावस्था में बीमारी का पता चला। उनके गर्भाशय में सात सेंटीमीटर लंबा टयूमर था। इसलिए कैंसर का उपचार और साथ में सुरक्षित प्रसव कराना बड़ी चुनौती थी।