भोपाल – एशिया का पहला पत्रकारिता विवि एमसीयू एक बार फिर गलत वजहों से सुर्खियों में है एमसीयू प्रशासन ने दीक्षांत समारोह में भोजन व्यवस्था निरस्त कर दिया है अब यूनिवर्सिटी द्वारा स्टूडेंट्स को 300 रुपए वापस लौटाया जाएगा, जो भोजन के नाम पर वसूले गए थे। एनएसयूआई के विरोध के बाद प्रशासन को यह निर्णय लेने पर मजबूर होना पड़ा।
दरअसल, माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय द्वारा नवनिर्मित विशनखेड़ी परिसर में 15 सितंबर को दीक्षांत समारोह का आयोजन किया गया है। देश के उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि होंगे। दीक्षांत समारोह को लेकर विश्वविद्यालय के कुलसचिव (रजिस्ट्रार) द्वारा एक अधिसूचना जारी कर पूर्व स्टूडेंट्स से दोपहर के भोजन के नाम पर 300 रुपए मांगे गए थे। एनएसयूआई ने इसका विरोध करते हुए उपराष्ट्रपति को पत्र लिखा था और कहा था कि विश्वविद्यालय के कोष में छात्र-छात्राओं के भोजन के लिए भी राशि नहीं हैं।
एनएसयूआई ने उपराष्ट्रपति से मांग की थी पूर्व स्टूडेंट्स के भोजन की व्यवस्था के लिए यूनिवर्सिटी को तीन लाख रुपए डोनेशन दें साथ ही सुझाव दिया था कि वे घर से लंच बॉक्स लेकर आएं मामला तूल पकड़ने के बाद अब विवि प्रशासन बैकफुट पर आ गई। एमसीयू द्वारा अब एक संशोधित अधिसूचना जारी कर कहा गया है कि दीक्षांत समारोह में भोजन की व्यवस्था नहीं रहेगी। भोजन के लिए स्टूडेंट्स से जो 300 रुपए लिए गए थे, वह रकम चेक के माध्यम से लौटाई जाएगी ।
हालांकि, एनएसयूआई ने इस फैसले पर भी आपत्ति जताई है। एनएसयूआई के रवि परमार ने कहा कि केजी सुरेश ने निर्लज्जता की सारी सीमाएं लांघ दी। पहले तो बेशर्मी से अपने यूनिवर्सिटी के पूर्व स्टूडेंट्स से भोजन के नाम पर चंदा किया। अब विरोध होने पर भोजन व्यवस्था ही निरस्त कर दिया गया। देश के कोने कोने से विश्वविद्यालय के पूर्व छात्र दीक्षांत समारोह में शामिल होने आएंगे और यूनिवर्सिटी में उन्हें पानी तक नहीं पूछा जाएगा। हजारों किमी दूर से आए पूर्व छात्रों को क्या संदेश जाएगा ?
रवि परमार ने आरोप लगाया कि कुलपति केजी सुरेश ने आरएसएस के इशारे पर देश के महान स्वतंत्रता सेनानी एवं कांग्रेस नेता माखनलाल चतुर्वेदी जी के नाम पर बने इस विवि को बदनाम कर रहे हैं परमार ने कहा कि यदि दीक्षांत समारोह के दिन पूर्व स्टूडेंट्स के लिए लंच की व्यवस्था नहीं की जाएगी तो एनएसयूआई और मौजूदा छात्र विवि परिसर में भूख हड़ताल पर बैठेगी परमार ने कहा कि हम इस मामले में सीएम शिवराज और पीएम मोदी को पत्र लिखकर विश्वविद्यालय को मुफ्त अनाज मुहैया कराने की भी मांग करेंगे ताकि बेशर्म कुलपति मुफ्त अनाज लेकर ही सही पूर्व स्टूडेंट्स के लिए भोजन की व्यवस्था कर सकें।