Home Madhya Pradesh मध्‍य प्रदेश में एक लाख सरकारी पदों पर जल्द होंगी भर्तियां

मध्‍य प्रदेश में एक लाख सरकारी पदों पर जल्द होंगी भर्तियां

भोपाल । देश की पांच ट्रिलियन डालर की अर्थव्यवस्था बनाने के लिए मध्य प्रदेश 550 बिलियन डालर का योगदान देगा। प्रदेश में अगले एक साल में एक लाख सरकारी पदों पर जल्द भर्तियां की जाएंगी। हितग्राहीमूलक योजनाओं के लक्ष्य शत-प्रतिशत प्राप्त करने के लिए विशेष अभियान चलाया जाएगा। पूंजीगत व्यय के लिए 48 हजार करोड़ रुपये का प्रविधान किया गया है। कृषि विविधीकरण के लिए किसानों को प्रोत्साहित किया जा रहा है।
यह बात मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने रविवार को नई दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में हुई नीति आयोग की शासी परिषद की बैठक में कही।
उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश 21वीं सदी के आत्मनिर्भर भारत के प्रधानमंत्री के व्यापक दृष्टिकोण को ध्यान में रखकर आगे बढ़ रहा है। नीति आयोग किस तरह राज्यों की ताकत बनता है, मध्य प्रदेश उसका उदाहरण है। प्रदेश में वर्ष 2020 में ही आत्म निर्भर मध्य प्रदेश की कार्ययोजना तैयर कर ली गई थी। वर्ष 2021-22 में प्रदेश ने 19.74 प्रतिशत की विकास दर प्राप्त की है। राज्य में सकल घरेलू उत्पाद का चार प्रतिशत पूंजीगत व्यय किया जा रहा है। रोजगार हमारी सबसे बड़ी प्राथमिकता है और अगले एक वर्ष में एक लाख सरकारी पदों पर भर्ती की जाएंगी।
हितग्राहीमूलक योजनाओं के लक्ष्य प्राप्ति के लिए अभियान चलाया जाएगा। प्रदेश में कृषि विविधीकरण योजना के अंतर्गत गेहूं और धान के स्थान पर दाल, रागी, जौ, मोटे अनाज, कोदो-कुटकी, रामतिल, तिल, मसाले, औषधीय फसलें, फलों और सब्जियों के उत्पादन को बढ़ावा दिया जा रहा है। राज्य प्राकृतिक कृषि बोर्ड का गठन किया है। किसानों को अपनी उपज का विक्रय घर से ही करने के लिए फार्म गेट एप लागू किया है।
साढ़े 18 हजार शिक्षकों की भर्ती की
मुख्यमंत्री ने बताया कि वर्ष 2021 के राष्ट्रीय उपलब्धि सर्वे में मध्य प्रदेश देश में पांचवें स्थान पर पहुंच गया है। आंगनबाड़ी को गोद लेने का अभियान चलाया है। उच्च गुणवत्ता वाले 9200 सीएम राइज स्कूल खोले जा रहे हैं। साढ़े 18 हजार शिक्षकों की भर्ती की गई है। भोपाल के गांधी चिकित्सा महाविद्यालय में सत्र 2022-23 से एमबीबीएस की पढ़ाई हिंदी माध्यम में प्रारंभ की जा रही है। छह इंजीनियरिंग कालेजों में बीटेक और छह पालिटेक्निक में डिप्लोमा पाठ्यक्रम की हिंदी में पढ़ाई की व्यवस्था की गई है।

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