भोपाल , 12 सितम्बर| मध्यप्रदेश मेंपहला सहकारिता विश्वविद्यालय शुरू होगा। सहकारिता एवं लोक सेवा प्रबंधन मंत्री डॉ. अरविन्द सिंह भदौरिया ने आज भोपाल में वृहद हस्तशिल्प क्लस्टर विकास परियोजना के शुभांरभ कार्यक्रम में यह जानकारी दी।
सहकारिता मंत्री डॉ. भदौरिया ने बताया कि पिछले दिनों दिल्ली में केन्द्रीय सहकारिता मंत्री अमित शाह की अध्यक्षता में हुई एक बैठक में सहकारिता विश्वविद्यालय की स्थापना करने पर हुई चर्चा में मध्यप्रदेश के इंदौर अथवा भोपाल में विश्वविद्यालय शुरू करने के उनके प्रस्ताव पर सैंद्धतिक स्वीकृति प्रदान की गई। बहुत जल्द ही मध्यप्रदेश में सहकारिता विश्वविद्यालय शुरू होगा। विश्वविद्यालय में सहकारिता क्षेत्र के अनेक विषयों के पाठ्यक्रमों को पढ़ाया जायेगा और सहकारिता संबंधी अनुसंधान भी होगा।
मंत्री डॉ. भदौरिया ने कहा कि देश में आजादी के बाद पहली बार प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सहकारिता आंदोलन को मजबूती देते हुए केन्द्रीय सरकार में सहकारिता मंत्रालय शुरू किया है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में राज्य सरकार का उद्देश्य भी अधिक से अधिक लोगों को सहकारिता आंदोलन से जोड़कर उन्हें लाभांवित करना है।
मंत्री डॉ. भदौरिया ने राज्य सहकारी संघ के विभिन्न तकनीक और कौशल में प्रशिक्षण देने के कार्यक्रम की सराहना की। उन्होंने सहकारी प्रशिक्षण केन्द्र जबलपुर के नवीन भवन, सहकारी प्रशिक्षण केन्द्र भोपाल, इंदौर और नौगांव में समान्य सुविधा केन्द्र, सहकारी प्रशिक्षण केन्द्र इंदौर में एम्पोरिया का डिजिटल भूमि-पूजन और शिलान्यास किया। आर्टीजन्स कार्ड का वितरण किया और वृहद हस्तशिल्प कलस्टर विकास परियोजना की पुस्तिका और पैक्स संस्थाओं के लिए तैयार पैक्स मैन्यूअल 2022 का विमोचन किया।
कार्यक्रम को राज्य सहकारी संघ के पूर्व अध्यक्ष अरूण तोमर ने भी संबोधित किया। प्रबंध संचालक राज्य सहकारी संघ ऋतुराज रंजन ने कार्यक्रम की रूपरेखा प्रस्तुत की। मंत्री डॉ. भदौरिया ने कार्यक्रम के अंत में हस्तशिल्प उद्यमियों के उत्पादों का अवलोकन किया और उनसे चर्चा की।