भोपाल, 15 सितम्बर | राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने कहा है कि उत्कृष्ट एवं असाधारण कार्य का अभिनंदन ही मानवता के विकास का आधार है। मानव जीवन की बेहतरी के लिए सकारात्मक प्रयासों और उत्कृष्ट कार्यों की सराहना समाज की जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स द्वारा उत्कृष्टता के सम्मान की पहल मानव जाति की भलाई के लिए शांति और सद्भाव के प्रयासों को मजबूत करने का सराहनीय प्रयास है।
राज्यपाल मंगुभाई पटेल वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स द्वारा लंदन में ब्रिटिश पार्लियामेंट आयोजित सम्मान समारोह को संबोधित कर रहे थे। समारोह में राज्यपाल मंगुभाई पटेल को अंतर्राष्ट्रीय उत्कृष्टता पुरस्कार से सम्मानित किया गया। संपूर्ण विश्व के सामाजिक, शैक्षिक, पर्यावरण, महिला सशक्तिकरण, आध्यात्मिक, पुरातात्विक, ऐतिहासिक, अनुसंधान और विकास और सांस्कृतिक गतिविधियों में अतुलनीय योगदान करने वाली 20 विशिष्ट विभूतियाँ सम्मानित हुईं। समारोह में राज्यपाल की पत्नी नर्मदाबेन पटेल, केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री श्री रामदास अठावले भी उपस्थित थे।
राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने कहा कि उत्कृष्टता के लिए किसी प्रमाण-पत्र की आवश्यकता नहीं होती, क्योंकि किसी भी क्षेत्र का उत्कृष्ट कार्य महान प्रयासों और दक्षता का परिणाम होता है, लेकिन व्यवहारिक जगत में उत्कृष्टता बढ़ाने के लिए कीर्तिमानी प्रतिभाशाली लोगों को सम्मानित करना जरूरी है। उत्कृष्ट कार्यों का सम्मान विजेताओं के उत्कृष्ट कार्यों के अनुसरण के लिए युवाओं और अन्य को प्रेरित और नये कीर्तिमान स्थापित करने के लिए प्रोत्साहित करता है। जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में कार्यरत व्यक्तियों के असाधारण कार्यों को मान्यता देना एक सराहनीय प्रयास है। राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने विश्व भर में उत्कृष्ट कार्यों की पहचान और उनका दस्तावेजीकरण करने के गहन प्रयासों के लिए वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स के पदाधिकारियों को बधाई दी। राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने सम्मानित विभूतियों को शुभकामनाएं दीं और कहा कि वे गरीब एवं वंचित वर्ग के कल्याण के लिए निरंतर और बेहतर प्रयास करते रहेंगे। कार्यक्रम में मेम्बर ऑफ़ पार्लियामेंट यू.के. वीरेंद्र शर्मा, आध्यात्मिक नेता राज राजेश्वर गुरूजी, मनोविज्ञानी डॉ. दिवाकर सुकुल, अनुरुद्ध, डिप्टी मेयर लंदन राकेश अग्रवाल, वर्ल्ड बुक ऑफ़ रिकॉर्ड्स के प्रेसीडेंट संतोष शुक्ला, पुरस्कार विजेता एवं गणमान्य जन उपस्थित थे।