उज्जैन । सतना की नाबालिग बच्ची से दुष्कर्म के आरोपित आटो चालक का मकान जेसीबी से तोड़ दिया गया। आरोपित के पिता ने सालों से सरकारी जमीन पर कब्जा कर कच्चा मकान व धार्मिक स्थल बना रखा था। नगर निगम ने जगह खाली करने के लिए नोटिस भी जारी कर दिया था। मकान तोड़ने के लिए निगम का अमला जेसीबी लेकर पहुंचा था। कुछ ही देर में अवैध निर्माण ध्वस्त कर दिया गया।
बता दें कि सतना की 15 वर्षीय नाबलिग से दुष्कर्म के आरोपित भरत सोनी का नानाखेड़ा स्थित मकान गिराया गया। नगर निगम व पुलिस ने इस कार्रवाई को अंजाम दिया। सरकारी जमीन पर कब्जा कर मकान व धार्मिक स्थल बना रखे थे। इस पर आरोपित सोनी अपने माता-पिता व भाई-भाभी के साथ सालों से रह रहा था। पुलिस आरोपित सोनी को जल्द से जल्द सजा दिलवाने की तैयारी में जुटी है। इसके लिए पुलिस डीएनए जांच रिपोर्ट के साथ ही वैज्ञानिक साक्ष्य जुटाने में लगी है।
आठ किमी तक पैदल घूमती रही बच्ची, किसी ने नहीं की मदद
गौरतलब है कि 25 सितंबर को मानसिक रूप से कमजोर सतना की नाबालिग बच्ची देर रात करीब तीन बजे रेलवे स्टेशन क्षेत्र में भटक रही थी। उस दौरान आरोपित भरत सोनी उसे अपनी आटो रिक्शा में बैठाकर ले गया और जीवनखेड़ी क्षेत्र में ले जाकर उसके साथ दरिंदगी की थी। इसके बाद वह अर्धनग्न अवस्था में करीब आठ किलोमीटर तक पैदल घूमती रही। इस दौरान उसकी किसी ने मदद नहीं की थी। बड़नगर रोड पर मुरलीपुरा चौराहे से करीब दांडी आश्रम के राहुल आचार्य ने उसकी अवस्था देखकर मदद की और पुलिस को सूचना दी थी।
पुलिस ने एक हजार से ज्यादा सीसीटीवी फुटेज खंगाल पकड़ा था आरोपित को
पुलिस ने एक हजार से ज्यादा सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगालकर आरोपित भरत सोनी को गिरफ्तार किया था। पुलिस आरोपित को घटनास्थल जीवनखेड़ी ले गई थी। यहां सोनी ने पुलिसकर्मियों को धक्का देकर भागने का प्रयास किया था। गिरने से उसके पैर की हड्डी टूट गई थी। कोर्ट ने उसे सात दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा था। इंदौर में आरोपित का उपचार चल रहा है। पुलिस का कहना है कि उसे जल्द से जल्द ही सजा दिलवाई जाएगी।