हुजूर में नहीं दिख रही ज्ञानचन्दनी की पकड़, कार्यकर्ताओं से बढ़ी दूरी
भोपाल, मध्यप्रदेश में भाजपा के अजय गढ़ हुजूर विधानसभा में पुनः कांग्रेस की तैयारी बेपटरी होती नजर आ रही है। कार्यकर्ता चर्चा में कहा रहे है काँग्रेस से प्रत्याशी बनाये गये नरेश ज्ञानचन्दनी जिन्होंने 2018 में हार का सामना किया था, इसबार भी हार से सबक न लेते हुए कार्यकर्ताओं से दूरी बनाये हुए है।
कांग्रेस से टिकट मिलने के बाद से अब तक केवल बैरागढ़ क्षेत्र में कार्य करते देखें गये है हालांकि अब तक एक दर्जन विधानसभा के एक दर्जन प्रभावशाली और पूर्व में चुनाव लड़ चुके नेताओं से मुलाकात कर उन्हें मानने का प्रयास किया है।
सूत्रों के अनुसार कोलार, होशंगाबाद रोड, रायसेन रोड पर आने वाले हुजूर विधानसभा के हिस्सों में कार्यकर्ता अब भी ज्ञानचन्दनी से नाराज है। पिछले चुनाव में इसी क्षेत्र में कांग्रेस को हार का सामना करना पड़ा था।
बताया जा रहा है विजयदशमी समारोह में जिसमें प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह उपस्थित थे जहाँ दिग्विजय से कार्यकर्ता से मुलाकात कर चर्चा भी कर रहे थे वही नरेश ज्ञानचन्दनी कार्यकर्ताओं को पहचान भी नहीं रहे थे, न ही कार्यकर्ताओं से ह्रदयस्पर्शीय मुलाकात की, चर्चा की।
सर्वविदित है की ज्ञानचन्दनी से नाराज जितेंद्र डागा और विष्णु विश्वकर्मा अब बढ़ी चुनौती है। विष्णु विश्वकर्मा तो पीसीसी अध्यक्ष कमलनाथ के बंगले पर पहुँचकर अपनी नाराजगी बता चुके है। विष्णु विश्वकर्मा 40-45 बूथ पर कांग्रेस का समीकरण बिगड़ सकते है।
ग्रामीण क्षेत्र में मजबूत पकड़ रखने वाले जितेंद्र डागा का दावा है उनके पांच साल का कार्यकाल जनता ने देखा है, हुजूर की जनता चुनाव लड़ेगी। डागा ने नामांकन पत्र ले लिया है। वही हुजूर विधानसभा में हज़ारों घरों और दुकानों में लगा उनका फ़ोटो वाला कैलेंडर उनकी जमीनी तैयारी बयां कर रहा है।
क्षेत्र में कांग्रेस के बैनर, पोस्टर, चुनाव कार्यालय जनता खोज रही है। वही 20 दिन में हुजूर विधानसभा में कार्यकर्ताओं की नाराजगी दूर करना कांग्रेस प्रत्याशी नरेश ज्ञानचन्दनी के लिए कड़ी चुनौती है। इसके बाद जनता से जुड़ना दूरी की कौड़ी नजर आ रहा है।
सूत्रों के अनुसार नाराज हुए सक्रिय कार्यकर्ता जिन्होंने क्षेत्र में तन मन धन से कार्य किया। वो लामबंद होकर निर्दलीय प्रत्याशी उतार सकते है।