बीड। महाराष्ट्र में मराठा आरक्षण आंदोलन एक बार फिर उग्र हो गया। इस मुद्दे पर सोमवार को प्रदेश की एकनाथ शिंदे सरकार ने बैठक बुलाई और कोर्ट के आदेश के मुताबिक आरक्षण लागू करने की मांग की, तो प्रदर्शनकारी उग्र हो गए।
हिंसा का असर बीड जिले में देखने को मिला। यहां प्रदर्शनकारियों ने नेताओं के साथ ही सार्वजनिक संपत्ति को निशाना बनाया। हालात बिगड़ते देख देर रात बीड में कर्फ्यू लगा दिया गया है। साथ ही इंटरनेट बंद है। इसी तरह उस्मानाबाद में भी कर्फ्यू लगा दिया गया है।
पंढरपुर में भी हिंसा भड़की है। यहां प्रदर्शनकारियों ने एक यात्री बस को रोका, यात्रियों को नीचे उतारा और बस को आग के हवाले कर दिया। यात्रियों ने खुद को बचाया।
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने बीती रात सभी जिलों के पुलिस अधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बैठक की और उपद्रवियों से सख्ती से निपटने के निर्देश दिए।
इसी दौरान पता चला है कि कुछ लोग आरक्षण आंदोलन के नाम पर हिंसा कर रहे हैं और दुकानों को लूटा जा रहा है।
विपक्षी पार्टी शिवसेना (यूबीटी) ने मराठा आरक्षण की मांगों पर चर्चा के लिए विधानसभा का विशेष सत्र बुलाने की मांग की, जिसके बाद राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के दो विधायकों और एक पूर्व मंत्री के घरों में आग लगा दी गई।
प्रदर्शनकारियों ने बीड जिले में शरद पवार के नेतृत्व वाले राकांपा गुट के सदस्य विधायक संदीप क्षीरसागर के घर में आग लगा दी। उनके घर पर खड़ी गाड़ियों को भी आग के हवाले कर दिया गया।