मध्य प्रदेश के इंदौर में एक व्यक्ति अपनी ही बीवी के साथ मिलकर हनी ट्रैप जैसा घिनौना काम कर रहा था. व्यक्ति अपनी पत्नि के साथ मिलकर एक प्राइवेट कंपनी के मालिक को बलात्कार के आरोप में फंसाने की कोशिश कर रहा था. आरोपी खुद को इंदौर के सांसद का प्रतिनिधि बता रहा था. आरोपियों ने पहले पीड़ित को ब्लैकमेल किया और 40 लाख रुपए वसूल लिए. वहीं अब कंपनी के मालिक ने इस आरोपी महिला से परेशान होकर पुलिस की शरण ले ली है.
इस मामले में पुलिस ने पहले आरोपी महिला फिर उसके पति को गिरफ्तार किया है. इधर मामले में जब पुलिस ने खुद को सांसद प्रतिनिधि बताने वाले आरोपी के सम्बन्ध में सांसद से जानकारी जुटाई तो सांसद ने लेटर हेड पर लिखकर दिया कि उपरोक्त आरोपी उनका प्रतिनिधि नही है. फरियादी की शिकायत पर पुलिस ने मामले की जांच शुरू की. जिसके बाद कार्रवाई करते हुए आरोपी और उसकी पत्नी को धर दबोचा. कंपनी के मालिक ने इस दौरान पुलिस को सब कुछ बताया.
फरियादी ने पुलिस को बताया कि 3 अक्टूबर 2023 को आरोपी महिला अपने पति का घर छोड़कर राहुल के साथ रहने लगी थी. दरअसल महिला ने उसे बलात्कार के केस में फंसाने की धमकी दी थी और अपने को साथ रखने का दबाव बनाया था. फरियादी ने बताया कि उसने महिला को रहने के लिए एक घर भी दिलवाया था. इधर आरोपी महिला के पति ने अगले ही दिन चार अक्टूबर को थाने में अपनी पत्नी की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवा दी. जिसके बाद दोनों ने तलाक का आवेदन भी दिया.
इधर ये महिला एक करोड़ दस लाख की कीमत वाले मकान को अपने नाम करवाने के लिए दबाव बनाने लगी. जिससे परेशान व्यापारी ने महिला के खिलाफ लसूड़िया थाने में केस दर्ज करवाया. पुलिस ने तीन महीने तक मामले की जांच की और आखिरकार महिला पर हनी ट्रैप के तहत केस दर्ज करके उसे जेल भेज दिया. पकड़े गए आरोपी का नाम अजय राजपूत है और वो एक कंपनी में मैनेजर है. अजय की बीवी ने ही एक कारोबारी को अपने जाल में फंसाया. धीरे-धीरे महिला ने व्यापारी से लाखों रूपये वसूले जो अजय के खाते में ही गए.