प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार (2 दिसंबर) को कतर के अमीर शेख तमीम बिन हमद अल-थानी से मुलाकात कर द्विपक्षीय संबंधों को लेकर चर्चा की. तेल समृद्ध देश में भारतीय समुदाय के कल्याण पर बात हुई.
पीएम मोदी ने सोशल मीडिया एक्स पर शनिवार (2 दिसंबर) को लिखा, ”दुबई में कोप28 के इतर कतर के अमीर शेख तमीम बिन हमद से मिलने का अवसर मिला. द्विपक्षीय साझेदारी की संभावना और कतर में भारतीय समुदाय के कल्याण को लेकर हमारी अच्छी बातचीत हुई.”
दोनों नेताओं के बीच ऐसे समय में मुलाकात हुई जब कतर में भारत के आठ पूर्व नौसैनिकों को मौत की सजा सुनाई गई है. भारत सरकार इन लोगों की देश वापसी का प्रयास कर रही है और सजा के खिलाफ कोर्ट में अपील की है.
भारत ने क्या कहा था?
भारतीय नौसेना के आठ पूर्व कर्मियों को कतर की एक कोर्ट ने 26 नवंबर को मौत की सजा सुनाई थी. इस पर भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा था कि इस फैसले से वो स्तब्ध है. पूरे मामले में सभी कानूनों विकल्पों पर विचार कर रहे हैं.
वहीं नौसेना प्रमुख एडमिरल आर हरि कुमार ने शुक्रवार (1 दिसंबर) को ही कहा था कि पूर्व नौसैनिकों को वापस लाने का भारत सरकार हरसंभव प्रयास कर रही है.
मामला क्या है?
ये आठ पूर्व नौसैनिक भारतीय नागरिक अल दाहरा कंपनी में काम कर रहे थे और इन्हें पिछले साल अगस्त में जासूसी के कथित मामले में हिरासत में लिया गया था. हालांकि कतर ने अधिकारिक तौर पर आरोपों को लेकर कुछ साफ नहीं किया है.