मध्य प्रदेश के विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) को दो तिहाई बहुमत मिल गया है. निर्वाचन आयोग के अनुसार, प्रदेश की 230 विधानसभा सीट में से बीजेपी के उम्मीदवार 159 सीट जीत चुके हैं जबकि चार सीट पर आगे चल रहे हैं, वहीं कांग्रेस ने अब तक 63 सीट पर जीत दर्ज की है और वह तीन सीट पर आगे चल रही है. भाजपा मध्य प्रदेश में सत्ता बरकरार रखने के साथ ही अपने विधायकों की संख्या बढ़ाने में सफल रही जबकि शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व वाले मंत्रिमंडल के 12 मौजूदा मंत्री को हार का मुंह देखना पड़ा.
जिन अन्य प्रमुख मंत्रियों को हार का सामना करना पड़ा उनमें अटेर से अरविंद भदोरिया, हरदा से कमल पटेल और बालाघाट से गौरीशंकर बिसेन शामिल हैं. इनके अलावा हारने वाले मंत्रियों में बड़वानी से प्रेम सिंह पटेल, बमोरी से महेंद्र सिंह सिसोदिया, बदनावर से राजवर्धन सिंह, ग्वालियर ग्रामीण से भारत सिंह कुशवाह, अमरपाटन से रामखेलावन पटेल, पोहरी से सुरेश धाकड़ और परसवाड़ा से रामकिशोर कावरे शामिल हैं. एक अन्य मंत्री और पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती के भतीजे राहुल सिंह लोधी को खरगापुर से हार का सामना करना पड़ा.
एमपी चुनाव में हारे हुए मंत्रियों की लिस्ट
दतिया से डॉ. नरोत्तम मिश्रा
हरदा से कमल पटेल
बमोरी से महेंद्र सिंह सिसौदिया
बड़वानी से प्रेम सिंह पटेल
अटेर से अरविंद सिंह भदौरिया
बदनावर से राजवर्धन सिंह दत्तीगांव
बालाघाट से गौरीशंकर बिसेन
ग्वालियर ग्रामीण से भारत सिंह कुशवाह
अमरपाटन से रामखेलावन पटेल
पारसवाड़ा से राम किशारे नानो कांवरे
पोहरी से सुरेश धाकड़
खरगापुर से राहुल सिंह लोधी
राज्य में बीजेपी रिकॉर्ड मतों के साथ सरकार बनाने के लिए पूरी तरह तैयार है. सीएम शिवराज सिंह ने बंपर जीत के लिए जनता का धन्यवाद किया है. उन्होंने इस जीत का श्रेय पीएम मोदी के नेतृत्व को दिया है. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा, “इस बार की विजय बहुत बड़ी है. कुछ लोगों ने कहा कि सत्ता विरोधी लहर है और कुछ ने कहा ‘कांटे की टक्कर है लेकिन ना कांटा मिला ना टक्कर’.