MP Congress : भोपाल। मध्य प्रदेश कांग्रेस में नेतृत्व परिवर्तन के बाद अब प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी नई टीम बनाएंगे। लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए नई प्रदेश कार्यकारिणी पें युवाओं को अधिक महत्व दिया जाएगा। अलबत्ता संगठन महामंत्री, कोषाध्यक्ष, कार्यालय प्रभारी सहित कुछ पदों पर वरिष्ठ नेताओं की नियुक्ति होगी। युवा कांग्रेस और भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन में काम कर रहे प्रदेश पदाधिकारियों को आगे बढ़ाया जाएगा। नववर्ष में पटवारी सभी वरिष्ठ नेताओं से चर्चा के बाद प्रदेश इकाई के लिए नाम केंद्रीय संगठन को प्रस्तावित करेंगे।
कमल नाथ ने बनाई थी अपनी टीम
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष रहते हुए कमल नाथ ने अपने हिसाब से पूरी टीम बनाई थी। चंद्रप्रभार शेखर ने लंबे समय तक संगठन प्रभारी की भूमिका निभाई। विधानसभा चुनाव के बाद उन्होंने विश्राम ले लिया और पारिवारिक दायित्वों का हवाला देकर गृह नगर इंदौर लौट गए।
नहीं स्वीकार किया किसी का त्यागपत्र
मीडिया विभाग के कुछ पदाधिकारियों ने भी नए लोगों को मौका देने के लिए त्यागपत्र देने की पेशकश की थी लेकिन पटवारी ने किसी का त्यागपत्र स्वीकार नहीं किया और सभी पदाधिकारियों को काम करते रहने के निर्देश दिए पर केंद्रीय संगठन की मंशा ऐसी नहीं है। वह पूरी तरह से संगठन में परिवर्तन चाहता है।
मप्र इकाई पहली बैठक में ही भंग
यही कारण है कि प्रदेश प्रभारी जितेंद्र सिंह ने अपनी पहली बैठक में ही मंगलवार को प्रदेश इकाई भंग कर दी गई और जिला इकाइयों को भी आगामी आदेश तक काम करते रहने के लिए कहा यानी परिवर्तन जिला और ब्लाक स्तर पर भी होगा। उधर, संगठन ने तय किया है कि अब नए चेहरों को आगे लाया जाए। युवा कांग्रेस और भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन में काम कर रहे पदाधिकारियों को मुख्य संगठन में दायित्व दिए जाएं। यही बात जितेंद्र सिंह और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने भी कही।
अब नई टीम बनाने की तैयारी
उधर, पटवारी ने भी अपनी टीम बनाने की तैयारी शुरू कर दी है। युवा कांग्रेस का प्रदेश अध्यक्ष रहते हुए उन्होंने प्रदेशभर में अपनी टीम बनाई थी। इनमें से कुछ को प्रदेश पदाधिकारी बनाया जाएगा। पूर्व विधायक कुणाल चौधरी को भी संगठन में महत्वपूर्ण भूमिका मिलेगी।
कमल नाथ सहित सभी वरिष्ठ नेताओं से विमर्श कर तय किए जाएंगे नाम
सूत्रों का कहना है कि पटवारी सबको साथ लेकर चलेंगे। वह केंद्रीय संगठन को प्रदेश इकाई के नाम प्रस्तावित करने से पहले पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमल नाथ, पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह, पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सुरेश पचौरी, कांतिलाल भूरिया, अरुण यादव सहित अन्य वरिष्ठ नेताओं से विचार-विमर्श करेंगे। लोकसभा चुनाव को देखते हुए पूर्व विधायकों की भूमिका भी तय की जाएगी।