Home CM Madhya Pradesh मोहन के निर्णय बन रहे है अफसरों के लिए सख्त संदेश

मोहन के निर्णय बन रहे है अफसरों के लिए सख्त संदेश

भोपाल। प्रदेश में भाजपा की सरकार के नए अगुआ डॉ मोहन यादव बिगड़ैल अफसरों पर सख्त दिखाई दे रहे हैं। आमजन से बदतमीजी और अभद्रता करने वाले लगातार कार्यवाहियों के घेरे में हैं। ताजा मामला सिंगरौली के चितरंगी एसडीएम से जुड़ गया है। उन्होंने मंदिर से बाहर निकलने के बाद एक महिला कर्मचारी से जूते के लैस बंधवाए थे। जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने एसडीएम को पद से हटाते हुए कहा कि अधिकारियों का ये व्यवहार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि महिलाओं के सम्मान के लिए हम अग्रसर रहे हैं, ऐसे में इस तरह की गतिविधियां असहनीय हैं।

आम जनता का मन मोह रहे है मोहन

दो माह में ही मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने कुछ ऐसे निर्णय लिए है जो मुख्यमंत्री की कड़क और त्वरित कार्यवाही वाले व्यक्तिव को उभर रहे है।

गुना बस हादसे में कलेक्टर, एसपी से लेकर आरटीओ तक सभी अधिकारियों को हटाने का निर्णय 24 घंटे के भीतर हो जाना मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव की प्रशासन पर कसावट और लापरवाह अधिकारियों को जिम्मेदारी का अहसास करती प्रतीत हुई।

2024 के शुरुआत के दूसरे दिन ही ड्राइवर को उसकी औकात दिखाने पर कलेक्टर को हटाकर नए मुख्यमंत्री ने सरकारी अमले को अपने मजबूत इरादे जता दिए हैं।

डॉ मोहन यादव ने स्पष्ट कर दिया है जनता के साथ संवेदनशीलता के विरुद्ध कोई भी व्यवहार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने कार्यभार संभालते ही पहला आदेश जारी किया था। आदेश में धार्मिक स्थलों सहित अन्य स्थानों में ध्वनि प्रदूषण को रोकने लाउडस्पीकर की आवाज नियंत्रित करने संबंधी निर्देश थे। इसके साथ ही खुले में मांस की बिक्री को रोकने के लिए भी आदेश जारी किया था। जिसका व्यापक प्रभाव प्रदेश में देखने को मिला है।

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