Ramazan Time Table 2024: चांद के दीदार के साथ 12 मार्च से माह-ए-रमजान शुरू होगा. मदरसा रजा-ए-मुस्तफा, मकतब इस्लामियात, मदरसा जामिया कादरिया तजवीदुल कुरआन लिल बनात अलहदादपुर आदि ने रमजान कैलेंडर जारी कर दिया है. रमजान कैलेंडर और रमजान कार्ड बांटा जाने लगा है. सोशल मीडिया पर भी शेयर किया जा रहा है. रमजान में सहरी और इफ्तार का समय बहुत अहम होता है. समय से सहरी करने और रोजा इफ्तार करने के लिए मदरसा, मकतब और आमजन की तरफ से रमजान कार्ड और कैलेंडर छपवा कर बांटा जाता है.
देश और दुनिया में पाक माह-ए-रमजान की मुस्लिम घरों और मस्जिदों में तैयारियां शुरु हो गई हैं. रमजान की रातों में पढ़ी जाने वाली तरावीह की नमाज पढ़ाने वाले हाफिज-ए-कुरआन मुकद्दस कुरआन दोहरा रहे हैं. रमजान में रोजेदार दिन में रोजा रखेंगे और रात में तरावीह की नमाज पढ़ेंगे. इस बार माह-ए-रमजान का पहला रोजा करीब 13 घंटा 18 मिनट का होगा. जो माह-ए-रमजान का सबसे छोटा रोजा होगा. वहीं माह-ए-रमजान का अंतिम रोजा सबसे बड़ा होगा. जो करीब 14 घंटा 07 मिनट का होगा.
रमजान में फर्ज का सवाब सत्तर फर्जों के बराबर मिलता है
हाफिज रहमत अली निजामी ने बताया कि सोमवार 11 मार्च को माह-ए-शाबान की 29 तारीख है. इसी दिन माह-ए-रमजान का चांद देखा जाएगा. अगर चांद नजर आ गया तो मंगलवार 12 मार्च से रमजान शुरू हो जाएगा. 11 को चांद नजर नहीं आया तो बुधवार 13 मार्च से रमजान शुरू होगा. हाफिज अशरफ रजा और हाफिज सैफ अली ने बताया कि मुकद्दस रमजान का पहला अशरा रहमत, दूसरा मगफिरत, तीसरा जहन्नुम से आजादी का है. रमजान रहमत, खैर और बरकत का महीना है. इसमें रहमत के दरवाजे खोल दिए जाते हैं. जहन्नम के दरवाजे बंद कर दिए जाते हैं. शैतान जंजीर में जकड़ दिए जाते हैं. नफ्ल का सवाब फर्ज के बराबर और फर्ज का सवाब सत्तर फर्जों के बराबर दिया जाता है.