MP News: अलग-अलग स्थानों पर बनी तीन मौसम प्रणालियों के असर से शनिवार से पूर्वी मध्य प्रदेश में मौसम का मिजाज बदलेगा। इसके अंतर्गत जबलपुर, शहडोल संभाग के जिलों में तेज रफ्तार से हवाएं चलने के साथ गरज-चमक के साथ वर्षा होगी।
मौसम विज्ञानियों के मुताबिक मौसम का मिजाज चार दिन तक बिगड़ा रह सकता है। इस दौरान जबलपुर, शहडोल, रीवा, सागर, नर्मदापुरम एवं भोपाल संभाग के जिलों में भी वर्षा होगी। इस दौरान कहीं-कहीं ओले भी गिरने की भी आशंका है। इस वजह से दिन के तापमान में गिरावट भी होगी।
30 से 40 किलोमीटर की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं
मौसम विज्ञान केंद्र से मिली जानकारी के मुताबिक वर्तमान में उत्तरी ओडिशा पर हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना हुआ है। इस चक्रवात से लेकर दक्षिणी छत्तीसगढ़ से होते हुए विदर्भ तक एक द्रोणिका बनी हुई है, जिसके कारण दक्षिणी-पश्चिमी हवाओं के साथ अरब सागर से नमी आ रही है।
उधर, दक्षिण-पूर्वी हवाओं से पूर्वी मध्य प्रदेश की तरफ नमी मिल रही है। मौसम विज्ञान केद्र के पूर्व वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला के ने बताया कि बंगाल की खाड़ी में एक प्रति चक्रवात भी बना हुआ है। इन मौसम प्रणालियों के असर से शनिवार से पूर्वी मध्य प्रदेश में मौसम का मिजाज बिगड़ने लगेगा। शनिवार को जबलपुर, शहडोल संभाग के जिलों में 30 से 40 किलोमीटर की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं।
ओले गिरने की आशंका
रविवार को जबलपुर, शहडोल के साथ नर्मदापुरम, सागर संभाग के जिलों में भी वर्षा होगी। साथ ही तेज रफ्तार हवाओं के साथ डिंडौरी, छिंदवाड़ा और मंडला जिले में ओले गिर सकते हैं। सोमवार को नर्मदापुरम, शहडोल और सागर संभाग के जिलों में रुक-रुककर वर्षा का सिलसिला बना रहेगा।
डिंडौरी, पांढुर्ना एवं मंडला जिले में भी ओले गिर सकते हैं। मंगलवार को भी भोपाल, नर्मदापुरम, रीवा, जबलपुर और सागर संभाग के जिलों में तेज रफ्तार हवाओं के साथ रुक-रुककर वर्षा हो सकती है। इस दौरान डिंडौरी, जबलपुर, पांढुर्ना, सिवनी और मंडला जिले में ओले गिरने की आशंका है।