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जाबालि ऋषि की तपोभूमि से प्रधानमंत्री मोदी आज मध्यप्रदेश में चुनाव प्रचार का करेंगे आगाज

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भाजपा प्रत्याशी आशीष दुबे के समर्थन में करेंगे रोड़ शो ,सीएम रहेंगे मौजूद  

जबलपुर। 


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज मध्यप्रदेश में चुनाव प्रचार का आगाज करेंगे। पीएम जबलपुर में पहली बार चुनावी रण में उतरे प्रत्याशी आशीष दुबे के समर्थन में प्रचार-प्रसार करेंगे। वे शाम  6:15 बजे रोड शो करेंगे और उनके समर्थन में वोट मांगेंगे। पीएम मोदी के साथ मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव भी उपस्थित रहेंगे। वे दोपहर 3 बजे भोपाल से जबलपुर रवाना होकर शाम 6 बजे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के साथ रोड शो में शामिल होंगे। रोड शो के दौरान ही पीएम  कार्यकर्ताओं और आम जन को संबोधित करेंगे। पीएम रोड शो करने के बाद 7:15 बजे दिल्ली के लिए रवाना हो जाएंगे। बता दे कि एमपी में पहले चरण में 6 लोकसभा सीट जबलपुर, बालाघाट, मंडला, शहडोल और सीधी तथा छिंदवाड़ा में चुनाव होने हैं, लेकिन नया चेहरा होने के कारण भाजपा इस लोक सभा सीट पर कोई रिस्क नहीं लेना चाहती। 

 

तीन दशक से भाजपा के पास है जबलपुर सीट 

जबलपुर लोकसभा सीट लगभग तीन दशक से भाजपा के पास है। भाजपा यहां 1996 से ही काबिज है। 2004 से भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह इस सीट का प्रतिनिधित्व कर रहे है। 2023 के विधानसभा चुनाव में उनके मप्र शासन में मंत्री बनने के बाद भाजपा ने यहां से आशीष दुबे को उतारा है। बता दे कि आजादी के बाद से ही इस सीट पर लगातार कांग्रेस जीत रही थी , लेकिन 1996 में बाबूराव परांजपे ने यह सीट बीजेपी की झोली में ड़ाल दी थी। इसके बाद 1999 के लोकसभा चुनाव में जयश्री बनर्जी ने बीजेपी से बाजी मारी। जयश्री के बाद 2004 में बीजेपी ने यहां से राकेश सिंह को टिकट दिया और तब से लेकर 2019 तक इस सीट से राकेश सिंह ही जीतते हुए आ रहे हैं। 

विधानसभा में भाजपा का रिकॉर्ड अच्छा 
 
जबलपुर में 8 विधानसभाएं हैं जिनमें पाटन, बरगी, जबलपुर ईस्ट, जबलपुर नॉर्थ, जबलपुर कैंट, जबलपुर वेस्ट, पनागर और शामिल हैं। इन सभी विधानसभाओं में सिर्फ एक ही सीट जबलपुर पूर्व कांग्रेस के खाते में गई है। जबकि बाकी विधानसभाएं बीजेपी के हिस्से में आई हैं। 
 

जाबालि ऋषि की तपोभूमि

दरअसल जबलपुर शहर जाबालि नाम के महान ऋषि की तपोभूमि रहा है, इसी वजह से शुरुआत में इस शहर को जबालिपुरम कहा जाता था ,लेकिन, बाद में इसका नाम धीरे-धीरे जबलपुर हो गया। बीच में ऐसी भी खबरें सामने आई हैं, जिसमें कहा जा रहा था कि जल्द ही जबलपुर का नाम बदलकर जबालिपुर रखने की तैयारी की जा रही है. हालांकि अभी तक इसकी औपचारिक घोषणा नहीं हुई है। जबलपुर में अगर ऐतिहासिक धरोहरों की बात की जाए तो यहां पर 1100 सदी का एक मदन महल है जो शहर की ऐतिहासिक विरासत है। 

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