MP News: सागर। पति से झगड़ कर अपने मायके जा रही महिला की छह साल की बच्ची को एक नि:संतान दंपति चुराकर अपने साथ भोपाल ले गई। महिला को जब इसका पता चला तो उन्होंने इसकी शिकायत पुलिस में दर्ज कराई, जिसके बाद पुलिस ने दो दिन की कड़ी मशक्कत कर बच्ची को भोपाल से बरामद कर लिया। मामले में पुलिस ने पति-पत्नी सहित उसका सहयोग करने वाले तीसरे शख्स को भी गिरफ्तार किया है। बच्ची माता-पिता को सुपुर्द कर दी गई है।
दरअसल 4 अप्रैल की शाम को बंडा के पठार मोहल्ला वार्ड क्रमांक 11 निवासी महिला पति से झगड़कर अपनी दो बेटियों लेकर मायके जाने के लिए घर से निकल गई। शाम को वह सागर के सरकारी बस स्टैंड पहुंची। जहां वह ओडिसा जाने के लिए बस का इंतजार करने लगी। तभी उसकी एक छह साल की बच्ची कहीं खो गई।
पहले तो उसने बच्ची को बस स्टैंड में तलाश किया, लेकिन जब उसका कुछ पता नहीं चला तो उसने पुलिस को इसकी सूचना दी। इसके बाद पुलिस ने बच्ची की माता से पूछताछ कर उसकी तलाश शुरू की। बस स्टैंड में लगे सीसीटीवी कैमरों को खंगाला गया। सीसीटीवी में बच्ची को ले जाते एक शख्स दिखाई दिया, जिसके बाद पुलिस ने साइबर सेल की मदद से पता कर भोपाल से बच्ची को बरामद कर लिया।
दरसल बच्ची को गोलू उर्फ जसवंत चढार पिता गुड्डू चढार 25 साल निवासी रामपुर थाना रहली जिला सागर उसकी पत्नी मनीषा अहिरवार पति गोलू चढार 25 साल निवासी बिलहरा थाना सुरखी अपने साथ भोपाल ले गए थे, जहां उन्होंने बच्ची को छिपा लिया था। पूछताछ में दोनों ने बताया कि वह मजदूरी करने के लिए सागर से भोपाल जा रहे थे।दोनों के कोई संतान नहीं है। जब उन्होंने बच्ची को देखा तो उनकी नीयत डोल गई।
बच्ची की मां का ध्यान यहां वहां होने पर जसवंत ने बच्ची को उठा लिया और चुपके से अपने साथ भोपाल ले गया। इसके पूर्व उसने यादव कालोनी में रहने वाले अपने परिचित गोलू उर्फ दीपेंद्र ठाकुर से फोन कर पूछा भी कि अगर वह बच्ची को ले जा रहा है कि कोई समस्या तो नहीं होगी, जिस पर गोलू ने उसके इस अपराध में साथ देते हुए बच्ची को चुराने में उसकी हौसला अफजाई की।
पुलिस ने उसके साथी गाेलू को भी गिरफ्तार कर लिया है। महिला का मायका ओडिसा संबलपुर जिले में है। उसके पांच बेटियां हैं, तीन बेटियों को वह अपने ससुराल में ही छोड़कर मायके जा रही थी। पुलिस ने बच्ची को सकुशल माता-पिता के सुपुर्द कर आरोपितों को जेल भेज दिया है।