Lok Sabha Elections 2024: लोकसभा चुनाव 2024 से पहले कांग्रेस के नेता रणदीप सुरजेवाला को बड़ा झटका लगा है. चुनाव आयोग ने उन्हें बीजेपी की नेता हेमा मालिनी के खिलाफ बयान देने के मामले में मंगलवार (नौ अप्रैल, 2024) को नोटिस जारी किया है. नोटिस के तहत कांग्रेस नेता से कहा गया है, “आप इस मामले में 11 अप्रैल, 2024 की शाम पांच तक जवाब दे दें.”
चुनाव आयोग ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे से इस मामले में एक्शन की मांग की है और यह सुनिश्चित करने के लिए कहा है कि उनके नेता महिलाओं के प्रति सम्मान से पेश आएं. मल्लिकार्जुन खरगे को इस मामले में 11 अप्रैल, 2024 तक जवाब देना होगा कि उन्होंने इस बाबत क्या कदम उठाए. दरअसल, रणदीप सुरजेवाला तब बीजेपी के निशाने पर आ गए थे, जब पार्टी के आईटी सेल चीफ अमित मालवीय ने एक्स पर एक आपत्तिजनक वीडियो शेयर किया और इस क्लिप में कांग्रेस नेता को हेमा मालिनी के बारे में कुछ आपत्तिजनक टिप्पणी करते देखा गया था.
“मां ने कैसी परवरिश दी है?”, NCW चीफ ने पूछा
हेमा मालिनी उत्तर प्रदेश की मथुरा लोकसभा सीट से इस बार के चुनाव में बीजेपी की उम्मीदवार हैं. रणदीप सुरजेवाला ने उन्हें लेकर कथित तौर पर अपमानजनक टिप्पणी की थी, जिसके बाद महिला आयोग की चेयरपर्सन रेणु भाटिया ने कांग्रेस नेता पर जमकर निशाना साधा था. उन्होंने कहा था, ”रणदीप सुरजेवाला ने ऐसा कहकर मानसिकता दिखाई है. ऐसा कहकर उन्होंने यह बताया कि उनकी मां ने उन्हें महिलाओं के लिए किस तरह की परवरिश दी है. मुझे इस बात से हैरानी होती है कि दिखने में इतने अच्छे लोग मन के काले कैसे हो सकते हैं. ऐसे तो रणदीप सुरजेवाला महिलाओं को कभी आगे नहीं बढ़ने देंगे.”
विवाद बढ़ने पर क्या बोले थे रणदीप सुरजेवाला?
विवाद के बाद कांग्रेस नेता सुरजेवाला ने सफाई में कहा था, ”बीजेपी की आईटी सेल को काट-छांट, तोड़-मरोड़ और फर्जी-झूठी बातें फैलाने की आदत बन गई है, ताकि वह हर रोज मोदी सरकार की युवा विरोधी, किसान विरोधी, गरीब विरोधी नीतियों-विफलताओं व भारत के संविधान को खत्म करने की साजिश से देश का ध्यान भटका सके. पूरा वीडियो सुनिए- मैंने कहा हम तो हेमा मालिनी का भी बहुत सम्मान करते हैं, क्योंकि, वो धर्मेंद्र से ब्याह रखी हैं, बहू हैं हमारी.”
रणदीप सुरजेवाला ने आगे कहा था, ”बयान केवल इतना था कि सार्वजनिक जीवन में सभी की जनता के प्रति जवाबदेही तय होनी चाहिए, चाहे वो नायब सैनी हों, या खट्टर या मैं ख़ुद. सब काम के दम पर बनते-बिगड़ते हैं, जनता सर्वोपरि है, और चुनाव में उसे अपने विवेक का इस्तेमाल करके चुनाव करना होता है. मैंने साफ कहा कि हम हेमा मालिनी का सम्मान करते हैं और वो हमारी बहू हैं. भाजपा महिला-विरोधी है. वह हर कुछ महिला-विरोध के चश्मे से देखती-समझती है और सहूलियत के अनुसार झूठ फैलाती है!”