भाद्रपद मास की पूर्णिमा से आश्विन मास की अमावस्या तक की तिथि बेहद खास होती है। इसे श्राद्ध पक्ष कहा जाता है। श्राद्ध पक्ष 10 सितंबर से शुरू हो चुका है और 25 सितंबर तक रहेगा। इन 16 दिनों में जातक अपने पूर्वजों की आत्मा की शांति के लिए उपाय, दान, पूजा, तर्पण आदि कार्य करते हैं। इस दौरान बच्चों का जन्म बेहद खास बेहद खास माना गया है। मान्यता है कि ऐसे बच्चों पर पितरों का आशीर्वाद बना रहता है। आइए जानते हैं पितृ पक्ष में जन्म लेने वाले बच्चों का स्वभाव और भविष्य कैसा होता है।
भाग्यशाली होते हैं बच्चे
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार श्राद्ध पक्ष में जन्में बच्चे भाग्यशाली होते हैं। इनके साथ पूर्वजों का आशीर्वाद बना रहता है। ऐसे बच्चे जीवन में तरक्की करते हैं। इनकी प्रवत्ति रचनात्मक होती है।
पितृ दोष खत्म होता है
किसी परिवार पर पितृ दोष है। उनके घर में श्राद्ध पक्ष में संतान का जन्म हुआ है, तो उनका पितृ दोष का अशुभ प्रभाव कम हो जाता है। जब भी घर में पितृ से संबंधित कोई पूजा हो, ये पूजन इसी बच्चे से कराएं। ऐसा करने से सभी तरह के कष्ट दूर हो जाते हैं।
दूर होती है परिवार की तकलीफ
श्राद्ध पक्ष में जन्म लेने वाले बच्चे अपने परिवार के लिए लकी होते हैं। यदि परिवार में किसी तरह की परेशानी हो तो ये उसे हल कर देते हैं। पितरों की कृपा से इनकी सभी इच्छा पूरी होती है। भविष्य उज्जवल होता है। माता-पिता का नाम रोशन करते हैं।