भोपाल : बुधवार, जुलाई 3, 2024/ मध्य प्रदेश महिला कांग्रेस की अध्यक्ष एवं भोपाल की पूर्व महापौर विभा पटेल ने कहा कि भाजपा शासित भोपाल नगर निगम परिषद का मंगलवार को पेश किया गया बजट काफी निराशाजनक है। ये झूठ की मशीन से निकला दस्तावेज है। भाजपा की महापौर ने अपनी पूर्व में की गई घोषणाओं को पूरा नहीं किया। विशेषकर व्यक्तिगत नल कनेक्शन सबसे बड़ा उदाहरण है, इसका लाभ कई कॉलोनियों के नागरिकों को देने का वादा किया था लेकिन इसे आज तक अमल में नहीं लाया गया, न ही अवैध कालोनियों के नियमितीकरण को लेकर स्थिति साफ की, ये बड़ा मुद्दा है।
विभा पटेल ने कहा कि निगम परिषद बजट में लोकलुभावनी बातें खूब की गई लेकिन 3780 करोड़ के अमृत योजना-2 के तहत बीते वित्त वर्ष में कोई काम नहीं हुआ। इस प्रोजेक्ट के नाम पर सीवरेज, ड्रेनेज, पेयजल सप्लाई प्रबंध, सड़क निर्माण, पीएम आवास आदि का वादा निगम परिषद चुनाव के समय किया गया था लेकिन सत्यता यह है कि अब तक अमृत योजना-2 के तहत कहीं कोई काम शुरू नहीं हुआ।
विभा पटेल ने कहा कि बीते दो वर्षों के दौरान भोपाल में तेज बारिश होने पर कई बस्तियों में जल भराव की स्थिति बनी। इसके कारण कई लोग आपदा के कारण घरों में कैद होने को मजबूर हुए थे। इसके मद्दे नजर नालों की रिटेनिंग वाल बनाने, नालों की सफाई कराने, ड्रेनेज का प्रबंध करने आदि को लेकर आज दिनांक तक कोई प्रभावी कार्यवाही नहीं की गई। हांलाकि पिछले बजट में इसके लिए 15 करोड़ का प्रावधान किया गया था, लेकिन एक रुपया भी इस मद में खर्च नहीं किया गया। यह जनता के साथ धोखा और छल है। भ्रष्टाचार मुक्त प्रशासन देने का महापौर ने चुनाव में वादा किया था लेकिन नित नए घोटाले सामने आने से इस दावे की कलई खुल चुकी है। इसकी मिसाल संबल योजना स्कीम है।
विभा पटेल ने निगम बजट को जनता के साथ धोखा बताते हुए कहा कि इसमें आम जनता के लाभ के लिए कुछ भी उल्लेखनीय नहीं है। शहर को क्लीन सिटी, ग्रीन सिटी, टूरिज्म सिटी बनाने का विजन बजट में दिखाई नहीं दिया। न ही कोई वर्किंग प्लान बताया गया। शहर में स्थित धरोहरों के संरक्षण की सोच का बजट में अभाव नजर आया तो बड़े तालाब के संरक्षण और संवर्धन के लिए, सड़कों के चौड़ीकरण एवं मजबूतीकरण के लिए अपेक्षानुरूप प्रावधान नहीं किए गए। नगर निगम के विनियमित कर्मचारियों समेत दैनिक वेतन भोगियों को नियमित करने का भी बजट में उल्लेख नहीं है।
विभा पटेल ने कहा कि शहर की सबसे बड़ी समस्या पार्किंग और ट्रैफिक की है। ट्रैफिक और चौराहों के सुधार के नाम पर सिर्फ 10 करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया, जो शहरी दायरे और यातायात दबाव के मान से अपर्याप्त है। उन्होंने कहा कि निगम परिषद का बजट शहर के विकास का आइना होता है लेकिन इसके विवेचन से प्रतीत होता है कि भाजपा की नगर सरकार के पास नगरीय डेवलपमेंट का विजन नहीं है। श्रीमती विभा पटेल ने कहा कि भाजपा की महापौर का झूठ जनता के सामने बेनकाब हो चुका है, वे केवल असत्य बोलती हैं।