भोपाल : बुधवार, जुलाई 24, 2024/ प्रदेश की भाजपा सरकार द्वारा प्रदेश के सरपंचों के साथ किये जा रहे छलावे और विश्वासघात को लेकर मध्यप्रदेश सरपंच संघ द्वारा कल राजधानी भोपाल के सेकेण्ड नंबर बस स्टाप के पास स्थित अंबेडकर पार्क में सरकार के खिलाफ धरना दिया गया। सरपंच संघ द्वारा अपनी मांगों को लेकर किये जा रहे आंदोलन का समर्थन करने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी भी धरना स्थल पहुंचे जहां उन्होंने आंदोलनरत सरपंचों को संबोधित किया।
पटवारी ने अपने संबोधन में कहा कि महात्मा गांधी की ग्राम स्वराज की परिकल्पना को कांग्रेस ने इस उद्देश्य से आगे बढ़ाया था कि पंचायतों का जो स्वरूप है, उसको आत्मनिर्भर और स्वावलंबी बनाया जायेगा। लेकिन दुर्भाग्य से भाजपा सरकार आने के बाद पंचायत के इस स्वरूप को भाजपा ने पूरी तरह से पंगू और अपंग बना दिया है। जो वित्तीय अधिकार सहित अन्य अधिकार कांग्रेस सरकार ने ग्राम पंचायतों को दिये थे, वह पूरे अधिकार भाजपा सरकार द्वारा अधिकारियों को हस्तांतरित कर दिये गये। इतना ही नहीं चुने हुऐ सरपंचो पर विश्वास करने की बजाय भाजपा सरकार ने अधिकारियों पर ज्यादा विश्वास किया जिससे महात्मा गांधी का पंचायतों को आत्मनिर्भर और स्वावलंबी बनाने का सपना अधूरा रह गया।
पटवारी ने कहा कि मप्र की ग्राम पंचायतों का जो स्वरूप है, वह अधिकारियों के भ्रष्टाचार का शिकार हो गया है। संरपंच को उसका अधिकार मिलेगा तो वह गांव का विकास कर सकेगा, जनता का काम करने वाले गांव के प्रतिनिधि को मानदेय मिले, क्योंकि जनता के बीच जबावदेही सरपंच की होती है। मुख्यमंत्री से सवाल करते हुये पटवारी ने कहा कि जनता के भारी समर्थन से आपकी सरकार बनी है, यदि आप अलोकतांत्रिक निर्णय लेंगे तो जिस जनता ने आपको चुना वही जनता आपको अर्श से फर्श पर ला सकती है। कांग्रेस पार्टी ग्राम पंचायतों के अंतर्गत आने वाले सरपंचों के अधिकार की लड़ाई में उनके साथ खड़ी होकर उनका समर्थन करती है। ग्राम पंचायतों में सरपंचों के हक और न्याय के लिए उनके साथ मैदान में खड़ी है।