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केरल के वायनाड में भूस्खलन से 36 लोगों की मौत, 66 से अधिक घायल, राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति और प्रधानमंत्री ने व्यक्त किया गहरा शोक

नई दिल्ली : मंगलवार, जुलाई 30, 2024/ केरल में तेज बारिश के कारण वायनाड जिले के मुंडक्कई, अट्टमाला और चूरामला क्षेत्रों में तबाही मच गई। आज तड़के हुए एक भूस्खलन में अब तक 36 लोगों की मृत्‍यु हो गई। मरने वालों की संख्या और बढ़ने की आशंका है। भूस्खलन में घायल हुए 66 से अधिक लोगों को विभिन्न अस्पतालों में भर्ती कराया गया है।

प्रभावित क्षेत्र में कई लोगों के फंसे होने की आशंका है। भूस्खलन वाले क्षेत्रों से प्रकृति के प्रकोप की भयावह तस्वीर सामने आई है, जहां चारों ओर कीचड़, पत्थर, उखड़े हुए पेड़ और चट्टानें बिखरी हुईं मिली। बाढ़ में कई घर और वाहन पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए। राज्य सरकार ने स्थिति से निपटने के लिए सशस्त्र बलों से मदद मांगी है।

सेना के जवानों को चिकित्सा उपकरणों के साथ कोझिकोड और कन्नूर से भी तैनात किया गया है। बेंगलुरु और तमिलनाडु के अराकोणम से एनडीआरएफ की और टीमों के आज वायनाड पहुंचने की उम्मीद है।

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु और उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने वायनाड में भूस्खलन में लोगों की मौत पर शोक व्यक्त किया है। राष्ट्रपति ने सोशल मीडिया पर अपने संदेश में घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने प्रार्थना की है।उपराष्ट्रपति ने घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की भी कामना की।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने केरल के वायनाड में भूस्खलन से हुई जान-माल की हानि पर गहरा दुख व्यक्त किया है। उन्होंने केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन से बात की और वहां की मौजूदा स्थिति को देखते हुए केंद्र सरकार की ओर से हर संभव सहायता का आश्वासन दिया।

प्रधानमंत्री ने प्रत्येक मृतक के निकट परिजनों को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से दो-दो लाख रुपये तथा घायलों को पचास-पचास हजार रुपये की अनुग्रह राशि देने की भी घोषणा की।

प्रधानमंत्री ने एक्स पर अपनी पोस्ट में कहा- “वायनाड के कुछ हिस्सों में हुए भूस्खलन से व्यथित हूं। मेरी संवेदनाएं उन सभी लोगों के साथ हैं जिन्होंने अपने प्रियजनों को खो दिया है। घायलों के लिए प्रार्थना करता हूं। प्रभावित सभी लोगों की सहायता के लिए बचाव अभियान अभी चल रहा है। केरल के मुख्‍यमंत्री पिनाराई विजयन से बात की और वहां की मौजूदा स्थिति को देखते हुए केंद्र से हर संभव मदद का आश्वासन भी दिया।”

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