भारतीय महिला पहलवान विनेश फोगाट ने पेरिस ओलंपिक में कुश्ती के फाइनल मुकाबले में वजन बढ़ने के कारण कल अयोग्य घोषित किये जाने के बाद खेल से संन्यास लेने की घोषणा कर दी है। उन्होंने एक सोशल मीडिया पोस्ट में यह जानकारी दी। विनेश फोगाट स्वर्ण पदक के लिए 50 किलोग्राम वर्ग में खेले जाने वाले फाइनल मुकाबले से पहले करीब 100 ग्राम भार अधिक होने के कारण अयोग्य घोषित कर दी गई थीं।
विनेश फोगाट के पेरिस ओलंपिक में महिला कुश्ती के 50 किग्रा भार वर्ग स्पर्धा के फाइनल से अयोग्य घोषित किए जाने के बाद पूरा देश स्तब्ध है। इस बीच भारतीय पहलवान विनेश फोगाट ने पेरिस ओलंपिक में कठिन अनुभव के बाद कुश्ती से संन्यास की घोषणा की है, जहां फाइनल में पहुंचने के बाद उन्हें टूर्नामेंट से अयोग्य घोषित कर दिया गया था।
वहीं गुरुवार की सुबह तड़के सोशल मीडिया पर विनेश ने अपने एक्स अकाउंट पर लिखा: “माँ, कुश्ती मेरे से जीत गई और मैं हार गई। मुझे माफ कर दो। मेरे सपने टूट गए हैं। मेरी हिम्मत टूट गई है। अब मुझमें और ताकत नहीं है। अलविदा कुश्ती। मैं हमेशा तुम्हारा ऋणी रहूगी। माफ करना।”
विनेश दूसरे वेट-इन (फाइनल के दिन) के दौरान वजन मापने में विफल रहीं और उन्हें टूर्नामेंट से अयोग्य घोषित कर दिया गया, जिससे उनका पक्का पदक भी छिन गया। 29 वर्षीय विनेश कुश्ती में ओलंपिक फाइनल में पहुंचने वाली पहली भारतीय महिला पहलवान बन गई थीं। भारत के लिए ओलंपिक पदक जीतने वाली एकमात्र अन्य महिला पहलवान साक्षी मलिक ने रियो 2016 में कांस्य पदक जीता था।
दो बार की ओलंपियन विनेश के नाम तीन कॉमनवेल्थ गेम्स गोल्ड, दो विश्व चैंपियनशिप कांस्य पदक और एक एशियाई खेलों का स्वर्ण पदक है। उन्हें 2021 में एशियाई चैंपियन का ताज भी पहनाया गया था। विनेश प्रतिष्ठित फोगट कुश्ती परिवार से हैं। उनकी चचेरी बहनें गीता, संगीता और बबीता भी पहलवान हैं। ओलंपिक कांस्य पदक विजेता बजरंग पुनिया ने उनकी चचेरी बहन संगीता से शादी की है।
विनेश ने एशियाई ओलंपिक क्वालीफायर में फाइनल में पहुंचकर महिलाओं की 50 किग्रा श्रेणी में अपना पेरिस ओलंपिक कोटा सुरक्षित कर लिया था। उन्होंने सेमीफाइनल में लौरा गनीकीजी को हराया। डब्ल्यूएफआई ने कहा कि वे ओलंपिक ट्रायल आयोजित नहीं करेंगे और कोटा जीतने वाले पहलवान पेरिस में प्रतिस्पर्धा करेंगे।
इस बीच अमेरिकी रेसलर जॉर्डन बरोज ने विनेश को सिल्वर मेडल देने सहित अंतरराष्ट्रीय कुश्ती महासंघ (यूडब्ल्यूडब्ल्यू) के नियमों में बदलाव की मांग उठाई है। ओलंपिक गोल्ड मेडलिस्ट और छह बार के विश्व चैंपियन जॉर्डन बरोज ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर दो अलग-अलग पोस्ट शेयर करते हुए विनेश का सपोर्ट किया। उन्होंने पहली पोस्ट में लिखा कि विनेश को सिल्वर मेडल दिया जाए।
वहीं दूसरी पोस्ट में अमेरिकी रेसलर ने लिखा- यूडब्ल्यूडब्ल्यू के लिए नियमों में तत्काल ये बदलाव हों- दूसरे दिन 1 किलो बढ़े वजन तक की छूट मिले। वजन-तौल सुबह 8:30 बजे से बढ़ाकर 10:30 बजे हो। भविष्य के फाइनल में अगर विरोधी फाइनलिस्ट वजन कम करने में चूक जाता है तो उसकी हार घोषित हो। सेमीफाइनल में जीत के बाद, दोनों फाइनलिस्ट के मेडल सुरक्षित हों, भले ही दूसरे दिन वजन कम करने में चूक जाएं। गोल्ड मेडल केवल वही पहलवान जीत सकता है जो दूसरे दिन वजन कम रखता है। विनेश को सिल्वर मेडल दिया जाए।