बांग्लादेश के सेना प्रमुख जनरल वकार-उज़-ज़मां ने कहा है कि देश में नोबेल पुरस्कार विजेता प्रोफेसर मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व में अंतरिम सरकार का आज रात शपथ ग्रहण होगा। उन्होंने अगले तीन-चार दिनों में देश में हालात सामान्य होने की भी संभावना व्यक्त की। सेना प्रमुख ने कहा कि पिछले कुछ दिनों में हुई हिंसक घटनाओं में शामिल लोगों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
इस बीच, बांग्लादेश सेना ने देशवासियों से अपील की है कि अगर किसी को भी किसी प्रकार की तोड़फोड़ की गतिविधियों, हिंसा और मौत की धमकियां मिले तो वे निकटतम सैन्य शिविर से संपर्क करें।
1974 में जब बांग्लादेश में अकाल पड़ा तब युनुस चटगांव यूनिवर्सिटी में इकोनॉमिक्स पढ़ाते थे। इस अकाल में हजारों लोग मारे गए थे। तब युनुस ने देश की विशाल ग्रामीण आबादी की मदद के लिए कोई बेहतर तरीका खोजने की सोची। गरीबों के बैंकर’ के रूप में पहचाने जाने वाले यूनुस और उनके द्वारा स्थापित ग्रामीण बैंक को 2006 का नोबेल शांति पुरस्कार मिल चुका है। उन्होंने गांव में रहने वाले गरीबों को 100 डॉलर से कम के छोटे-छोटे कर्ज दिलाकर लाखों लोगों को गरीबी से बाहर निकालने में मदद की थी। इन गरीबों को बड़े बैंकों से कोई मदद नहीं मिल पाती थी।
इसी साल जनवरी में यूनुस को श्रम कानून के उल्लंघन के लिए छह महीने की जेल की सजा सुनाई गई थी। जून में बांग्लादेश की एक अदालत ने यूनुस और 13 अन्य लोगों पर उनके द्वारा बनाए गए एक दूरसंचार कंपनी में वहां काम करने वाले लोगों के कल्याण कोष से 252.2 मिलियन टका (2 मिलियन डॉलर) के गबन के आरोप में में मुकदमा भी चलाया था।