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प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 78वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर लाल किले की प्राचीर पर तिरंगा फहराया

प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने राष्‍ट्र के 78वें स्‍वतंत्रता दिवस पर देशवासियों को बधाई दी है। लाल किले की प्राचीर से राष्‍ट्र को संबोधन में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आज वो शुभ घडी है कि हम देश की आजादी के लिए प्राणों को त्‍याग करने वालों और आजीवन संघर्ष करने वालों को स्‍मरण करें।

प्रधानमंत्री ने कहा कि इस वर्ष प्राकृतिक आपदा के कारण हम सभी की चिंता बढी है। अनेक लोगों ने अपने परिजन खोये हैं। उन लोगों ने इसका नुकसान झेला है। उन सभी के प्रति हम संवेदना व्‍यक्‍त करते हैं। यह देश उन सभी के साथ खड़ा है। प्रधानमंत्री ने कहा कि राष्‍ट्र रक्षा और राष्‍ट्र निर्माण करने वाले किसानों, जवानों, युवाओं, माता-बहनों, शोषित और वंचित वर्ग के लोगों की देश के प्रति निष्‍ठा विश्‍व के लिए प्रेरणा है।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आज आजादी के पहले के दिन भी याद करने का दिन है। गुलामी के दौर का हर दिन संघर्ष का दिन रहा है लेकिन लोग जी-जान से आजादी की जंग लड़ते रहे। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि एक समय था जब लोग देश के लिए मरने के लिए प्रतिबद्ध थे और आजादी मिली। अगर देश के लिए मरने की प्रतिबद्धता देश को आजादी दिला सकती है तो देश के लिए जीने की प्रतिबद्धता देश को समृद्ध बना सकती है। देशवासियों ने विकसित भारत @2047 के लिए अनगिनत सुझाव दिए हैं। इसमें हर देशवासी का संकल्‍प झलकता है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि लोगों ने सुझाव दिया कि बढ़ती प्राकृतिक आपदाओं में शासन और प्रशासन में क्षमता निर्माण होना चाहिए। कुछ लोगों ने भारत का अंतरिक्ष स्‍टेशन बनाने का सुझाव दिया। कुछ लोगों ने पारंपरिक औषधि और स्‍वास्‍थ्‍य कल्‍याण के क्षेत्र में विकसित देश बनने का सुझाव दिया। कुछ लोगों ने यह सुझाव भी दिया कि देश जल्‍द से जल्‍द दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्‍यवस्‍था बने। प्रधानमंत्री ने कहा कि आजादी के पूर्व चालीस करोड़ देशवासियों ने जज्बा दिखाया और वंदे मातरम के नारे के साथ आजादी का सपना साकार करने के लिए लड़े और दुनिया की सबसे बडी ताकत को परास्त किया।

प्रधानमंत्री ने कहा कि वोकल फॉर लोकल मंत्र देश की अर्थव्‍यवस्‍था की वृद्धि का मंत्र बन गया। एक जिला एक उत्‍पाद का मंत्र निर्यात के लिए नया मंत्र बना। देश नवीकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में काफी आगे बढ़ गया है। जी-20 देशों ने इस क्षेत्र में जितना काम किया है उससे ज्‍यादा काम केवल भारत ने किया है। भारत का फिनटेक विश्‍वभर में प्रशंसा पा रहा है। कोरोनाकाल के दौरान भारत ने विश्‍व को कोरोना की वैक्‍सीन दी। यह वही देश है जब कोई भी इस पर हमला किया करता था लेकिन आज सर्जिकल स्‍ट्राइक और एअर स्‍ट्राइक से आतंकियों का सफाया किया जा रहा है।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि देश के 140 करोड नागरिक कंधे से कंधे मिलाकर एक संकल्‍प लेकर चलें तो हर चुनौती को पार कर देश को 2047 तक विकसित बना सकते हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हमने किसी राजनीतिक मजबूरी के कारण नहीं बल्‍कि नेशन फर्स्‍ट की भावना के साथ सुधार किये हैं। इन सुधारों का सबसे बड़ा उदाहरण बैंकिंग क्षेत्र में सुधार है। हमने बैंकिंग क्षेत्र को संकट से उबारा है और आज भारत के बैंक विश्‍व के मजबूत बैंकों में शामिल हो गये हैं। बैंकिंग सेवा का लाभ गृह ऋण, शिक्षा ऋण, स्‍टार्टअप्‍स, किसान ऋण, विदेश यात्रा के लिए ऋण, पशुपालक, मछलीपालक और रेडी-पटरी वाले बैंक से ऋण लेकर आर्थिक प्रगति कर रहे हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि विकसित भारत के लिए कुछ लोगों ने स्किल तो कुछ ने प्रौद्योगिकी और कुछ ने मीडिया को ग्‍लोबल बनाने का सुझाव दिया। हमें मोटे अनाज को विश्‍व के लोगों को खाने की टेबल तक पहुंचाना है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि हम सदियों की बेडियों को तोड कर आगे बढे हैं। चाहे वह सूक्ष्‍म, लघु और मध्‍यम उद्यम हो, चाहे शिक्षा क्षेत्र हो, परिवहन क्षेत्र हो या स्‍वास्‍थ्‍य क्षेत्र हो, हम सभी में विश्‍व की सर्वोत्‍तम प्रथाओं को शामिल कर आगे बढ़ रहे हैं। हम हर क्षेत्र में प्रौद्योगिकी को जोड़ रहे हैं और इस तरह से हम विश्‍व में एक नई ताकत बनकर उभरे हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि जब लाल किले से सभी लोगों तक बिजली, स्‍वच्‍छ भारत की बात कही जाए तो लोगों का भरोसा बढ़ता है। यह भारत के अंदर आई नई चेतना का प्रतिबिंब है।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत के अंतरिक्ष क्षेत्र को बांध कर रखा गया था, लेकिन हमने अंतरिक्ष क्षेत्र को सभी के लिए पूरी तरह खोल दिया है। सैकड़ों स्‍टार्टअप्‍स वाइबरेंट स्‍पेस बनाने के लिए तैयार हैं और इससे शक्तिशाली राष्‍ट्र का निर्माण हो रहा है। निजी उपग्रहों का प्रक्षेपण हो रहा है। उन्‍होंने कहा कि जब नीति और नीयत सही होती हैं तो निश्‍चय ही सही परिणाम मिलते हैं और देश का विकास होता है। प्रधानमंत्री ने कहा कि आजादी के बाद बरसों तक शोषित और वंचित लोगों तक सरकार ने सुविधाएं पहुंचाई हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि वर्ष 2047 में विकसित भारत के समय सामान्‍य लोगों को जीवन में सरकार का हस्‍तक्षेप कम हो, जब लोगों का आवश्‍यकता हो, तो सरकार आगे आए। गरीबों के लिए हमने मुफ्त ईलाज की व्‍यवस्‍था की है। बुनियादी सुविधाओं की दिशा में देश सेचुरेशन पर पहुंच रहा है। सेचुरेशन का अर्थ सौ प्रतिशत होता है और जब यह आता है तो सबका साथ और सबका विकास होता है।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि सुविचारित प्रयास, सुधारों, राजनीतिक नेतृत्‍व की संकल्‍प शक्ति, सरकारी मशीनरी के संकल्‍प और जन भागीदारी से वांछित परिणाम अवश्‍य मिलते हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि देश में इस समय तीन लाख संस्‍थाएं काम कर रही हैं। मैं इन संस्‍थाओं से सामान्‍य लोगों का जीवन सुगम बनाने के लिए हर संस्‍था से एक साल में केवल दो सुधार करने का आह्वान करता हूँ। अगर ये संस्‍थाएं साल में केवल दो सुधार करें तो साल में लगभग 25 से 30 लाख सुधार होने से सामान्‍य लोगों का विश्‍वास बढेगा। ये सुधार, चाहे पंचायत स्‍तर पर हों, जिला स्‍तर पर हों या राज्‍य स्‍तर पर हों। इससे सामान्‍य लोगों का जीवन आसान हो जाएगा। प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार ने निराशा को आशा में बदला और लोगों के रवैये को बदला और बडे सुधारों को जमीन पर उतारा। उन्‍होंने कहा कि सुधारों की प्रतिबद्धता मजबूरी नहीं बल्कि देश की मजबूती के लिए है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि कोरोनाकाल की वैश्विक महामारी के दौरान सबसे तेजी से बढ़ने वाली अर्थव्‍यवस्‍था के रूप में हमारा देश आगे बढा। जब हर घर तिरंगा की भावना से हर देशवासी बिना जात-पात, ऊंच-नीच की भावना के साथ आगे बढ़ता है तो हर घर तिरंगा की भावना पूरी होती है। सौ से अधिक आकांक्षी जिले, दूसरे जिलों की बराबरी कर रहे हैं और विकास की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हमारे देश में लोगों को सरकार से हाथ फैलाकर मांगने की संस्‍कृति का सामना करना पडा, लेकिन सरकार खुद लोगों तक पहुंच रही है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि देशवासियों ने जनसेवा का हमें एक और मौका दिया है और हमारा संकल्‍प जन-जन की सेवा, हर परिवार की सेवा, हर क्षेत्र की सेवा करना है। हमारा संकल्‍प 2047 तक विकसित भारत के सपने को साकार करना है। मैं देशवासियों को कोटि-कोटि आभार व्‍यक्‍त करता हूँ और नये विश्‍वास, नये संकल्‍प और नये जोश के साथ देश की सेवा करने के लिए आगे बढ़ रहा हूँ।

प्रधानमंत्री ने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में सदियों पुरानी नालंदा भावना को जगाना होगा। ज्ञान की परंपरा को आगे बढ़ाना होगा। नई शिक्षा नीति 2020 ने भाषा के कारण प्रतिभा के लिए बाधा न आए इसके प्रयास किये गये हैं। इस नीति के अनुसार हर गरीब का सपना पूरा हो सकेगा। प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार बड़े सुधारों के लिए प्रतिबद्ध है। उन्‍होंने कहा कि आज लोगों का भरोसा बढ़ा है, लोगों ने बदलाव देखा है और विश्‍व में भारत की शाख बढ़ी है और दुनिया का नजरिया बदला है।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि देश का युवा धीरे-धीरे चलने नहीं बल्कि छलांग लगाने को तत्‍पर है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि चिकित्‍सा शिक्षा के लिए हमारे देश के युवा बाहर जा रहे हैं, उनकी शिक्षा के लिए लाखों रूपये खर्च हो जाते हैं। इनकी सुविधा के लिए हमने एक लाख मेडिकल सीट बढ़ाई हैं और आज मैं घोषणा करता हूँ, अगले पांच वर्ष में मेडिकल लाइन में 75 हजार नई सीट तैयार की जाएंगी।

प्रधानमंत्री ने कहा कि महिला स्‍व-सहायता समूह से दस साल में दस करोड़ बहनें जुड गई हैं और आत्‍म-निर्भर बन रही हैं। उन्‍होंने कहा कि भारत के सीईओ दुनियाभर में नाम कमा रहे हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि स्‍व-सहायता समूहों से एक करोड़ महिलाएं लखपति बनी हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि विश्‍व में आर्गेनिक फूड की मांग बढ़ रही है और इसकी पूर्ति हमारे देश का किसान कर सकता है। हमारा देश विश्‍व की ऑर्गेनिक फूड बास्‍केट कैसे बने, इस दिशा में हम काम कर रहे हैं। हमारे देश के किसान का जीवन सुगम हो, उसे स्‍वास्‍थ्‍य सुविधा मिले, किसान के बच्‍चों को अच्‍छी शिक्षा मिले, इसके लिए हम समग्र प्रयास कर रहे हैं।

प्रधानमंत्री ने कहा कि आज देश में नए अवसर बने हैं। उन्‍होंने कहा कि आधुनिक बुनियादी ढांचे के निर्माण और सामान्‍य जन-जीवन की बाधाएं दूर होने से व्‍यापक बदलाव हुआ है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि देश के कायाकल्प का सबसे बडा लाभ देश के वंचित वर्ग तक पहुंचा है। देश का सर्वागीण विकास सरकार की नीतियों और कार्यक्रमों के केंद्र में रहा है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि हम लोगों में गौरव के भाव का अभाव था। देरी से आना हमारा स्‍वभाव माना जाता था लेकिन आज हमने ये भाव बदल दिया है। हमारे देश में खिलौने भी विदेश से आया करते थे लेकिन आज हमारे देश के खिलौने पूरे विश्‍व के बाजारों में बेचे जा रहे हैं। एक समय मोबाइल विदेश से आया करते थे लेकिन आज हम मोबाइल का बडा निर्यात कर रहे है और हमारा देश मोबाइल निर्यात का बडा केंद्र बन गया है।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि लोगों के जीवन को आसान बनाने के लिए अनावश्‍यक कानून खत्‍म किए गए। उन्‍होंने कहा कि सरकार नागरिक को न्‍याय दिलाने के लिए नए कानून लाई। सरकार ईज ऑफ लिविंग के लिए मिशन मोड में काम कर रही है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि लोगों को बाधाओं की जानकारी सरकार को देनी चाहिए और सरकार उन्‍हें दूर करेगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि रक्षा बजट का अधिकतर हिस्‍सा विदेशों से हथियार खरीदने में चला जाता था, लेकिन आज हम रक्षा क्षेत्र से जुड़ी हजारों चीजें स्‍वयं देश में ही बना रहे हैं। आज रक्षा साजो सामान का देश में निर्माण हो रहा है और इस क्षेत्र में हम लोग आत्मनिर्भर बन रहे हैं। रक्षा साजो सामान का निर्यात हो रहा है। जल्द ही हमारा देश रक्षा क्षेत्र का बडा निर्यातक बन जाएगा।

प्रधानमंत्री ने कहा कि आज देश आकांक्षाओं से भरा है, नौजवान नई बुलंदी छूना चाहता है, इसलिए सरकार हर क्षेत्र में नए अवसर पैदा करने, बुनियादी ढांचे के निर्माण और नागरिकों का जीवन सरल बनाने के लिए कार्य कर रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि विश्‍व की कंपनियां देश में निवेश करने के लिए आगे आ रही हैं। यह देश के लिए बडा अवसर है। हम राज्‍यों से गुड गवर्नेंस का आह्वान कर रहे हैं जिससे निवेशकों में निवेश के लिए विश्‍वास बढेगा। राज्‍यों को निवेश के लिए अच्‍छा माहौल बनाने की आवश्‍यकता है। इसके लिए राज्‍यों के बीच प्रतिस्‍पर्धा होनी चाहिए।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि सरकार प्रति व्‍यक्‍ति आय दोगुनी करने में सफल रही है। विदेशी मुद्रा भंडार पहले से दोगुना हुआ है। उन्‍होंने कहा कि मम् भाव और सम् भाव के मंत्र पर सरकार काम रही है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि जी-20 के समूह जो नहीं कर पाये वह हमारे देश ने पूरा कर दिखाया है। नवीकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में भारत ने वर्ष 2030 तक पांच सौ गीगा वाट का लक्ष्‍य रखा है। रेलवे को शून्‍य कार्बन उत्‍सर्जन का लक्ष्‍य दिया गया है। प्रधानमंत्री ने कहा कि जब आदिवासी साथियों तक सरकारी योजना पहुंचती है तो लगता है कि संवेदनशीलता से संतोष मिलता है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि संवेदन शीलता की भावना से महिलाओं के मातृत्‍व अवकाश की संख्‍या बढ़ाई गई। उन्‍होंने कहा कि सेवा भाव से किए गए सरकार के कार्यों का परिणाम नजर आ रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक सौ 40 करोड़ भारतीयों की ओर से पेरिस ओलंपिक में भाग लेने वाले खिलाड़ियों को बधाई दी। उन्‍होंने विश्‍वास व्‍यक्‍त किया कि हमारे खिलाडी नये संकल्‍प, नये विश्‍वास और नये लक्ष्‍य के साथ आगे बढेंगे। हमारे देश के खिलाड़ियों का बडा जत्‍था पैरा‍लंपिक खेलों में भाग लेने पेरिस जा रहा है, देशवासियों की ओर प्रधानमंत्री ने उन्हें शुभकामनाएं दी। श्री मोदी ने कहा कि हम संकल्‍पों के लिए जीवन खपाने को अपना स्‍वभाव बनाना चाहते हैं।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि नई शिक्षा नीति विकसित भारत के लिए श्रम शक्ति उपलब्‍ध कराएगी। उन्‍होंने कहा कि सरकार पूरे प्रयास कर रही है कि देशवासियों को शिक्षा के लिए बाहर न जाना पडे़। प्रधानमंत्री ने कहा कि निराशा के गर्त में डूबे मुठ्ठी भर लोगों की सोच के कारण देश को बड़ी हानि होती है। उनके मन में पैदा हो रही विकृति विनाश की ओर बढ रही है। हमें ऐसे लोगों से सावधान रहने की आवश्‍यकता है। ऐसे लोगों के कारण देश को हुए नुकसान की भरपाई करने के लिए वर्षों लग जाते हैं। हम ईमानदारी की भावना के साथ देश सेवा कर रहे हैं।

प्रधानमंत्री ने कहा कि विश्‍व में हो रहे बदलाव को देखते हुए सरकार स्किल डेवलपमेंट पर पूरा बल दे रही है। उन्‍होंने कहा कि इस बार बजट में क्षमता निर्माण के लिए इंटर्नशिप पर जोर दिया गया है। प्रधानमंत्री ने कहा कि तेजी से बदलते विश्‍व में विज्ञान और प्रौद्योगिकी के लिए रूचि बढ़ रही है। सरकार रिसर्च पर बल दे रही है और उसके लिए बजट बढा रही है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि समाज की मनोरचना बदलाव का कारण बनती है। भ्रष्‍टाचार के खिलाफ हमने जंग छेड़ी है। इससे मेरी प्रतिष्‍ठा को नुकसान पहुंचा है लेकिन मेरी प्रतिष्‍ठा राष्‍ट्र की प्रतिष्‍ठा से बड़ी नहीं है। उन्‍होंने कहा कि ईमानदारी के साथ भ्रष्‍टाचार के खिलाफ लड़ाई जारी रहेगी। भ्रष्‍टाचारियों के मन में भय का भाव होना चाहिए। कुछ लोगों द्वारा भ्रष्‍टाचार का महिमामंडन करना स्‍व्‍स्‍थ समाज के लिए बड़ी चिंता का विषय है। देशवासियों को ऐसे लोगों से दूरी बनाए रखनी चाहिए।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि विकसित भारत, स्‍वस्‍थ भारत भी होना चाहिए। इसलिए बच्‍चों के स्‍वास्‍थ्‍य को प्राथमिकता दी जा रही है। उन्‍होंने कहा कि कृषि और किसानों के लिए लगातार कार्य किया जा रहा है। प्रधानमंत्री ने कहा कि धरती माता के स्‍वास्‍थ्‍य और उत्‍पादन क्षमता बनाए रखने के लिए प्राकृतिक खेती के लिए बजट बढाया गया है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि सर्वोच्‍च न्‍यायालय ने बार-बार समान नागरिक संहिता-यूसीसी की चर्चा की है। इससे पहले अभी तक देश में जो सिविल कोड लागू था वह कम्‍यूनल सिविल कोड था। संविधान के 75 वर्ष पूरे होने के समय हमें नये सिविल कोड की आवश्‍यकता है। सुप्रीम कोर्ट भी इसमें बदलाव की बात करता है। समान नागरिक संहिता पर पूरे देश में व्‍यापक चर्चा होनी चाहिए। यह कानून धर्म के आधार पर समाज को बांटता है हमें कम्‍यूनल सिविल कोड की जगह सेक्‍यूलर सिविल कोड को लागू करने की आवश्‍यकता है। कम्‍यूनल सिविल कोड सामान्‍य नागरिकों के बीच दूरी पैदा करता है। लेकिन सेक्‍यूलर सिविल कोड इस दूरी से मुक्ति प्रदान करेगी।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि महिलाओं के नेतृत्‍व में विकास पर काम किया जा रहा है। रक्षा क्षेत्र सहित सभी क्षेत्रों में महिलाओं का दम-खम नजर आ रहा है प्रधानमंत्री ने कहा कि महिलाओं पर अत्‍याचार के कारण देश में रोष है। महिलाओं के साथ अपराधों की जल्‍द से जल्‍द जांच और दोषियों को जल्‍द सजा होनी चाहिए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि यह स्‍वर्णिम कालखंड 2047 में विकसित भारत प्रतीक्षा कर रहा है। उन्‍होंने कहा कि तीसरे टर्म में तीन गुनी तेजी गति से काम करूंगा जिससे देश के सपने जल्‍द से जल्‍द पूरा हो सके। मेरा हर क्षण, मेरा हर कण-कण मॉं भारती के लिए समर्पित है। ट्वेंटी फोर बाइ सेवेन फॉर ट्वेंटी फोर सेवेन के संकल्‍प के साथ हमारे पूर्वजों ने जो संकल्‍प लिया था उसे पूरा करना है। हम संकल्‍प लें कि हम 21वीं सदी में विकसित भारत का सपना साकार करेंगे।

प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार ने सेमीकंडक्‍टर मिशन पर काम किया है। उन्‍होंने कहा कि जब टैलेंट भारत में है तो प्रोडक्‍शन भी भारत में होगा। श्री मोदी ने कहा कि सरकार 6जी पर मिशन मोड में काम कर रही है। सरकार 5जी की तरह 6जी में भी विश्‍व में अग्रणी रहेगी। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि विनिर्माण क्षेत्र को बढ़ावा देना रोजगार के लिए आवश्‍यक है। कौशल विकास से जनभागीदारी को जोड़ा जा रहा है। वह दिन दूर नहीं जब भारत विनिर्माण का केन्‍द्र बनेगा।

प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत अपनी बेस्‍ट क्‍वालिटी के लिए पहचाना जाए। इसके लिए डिजाइन इंडिया पर बल दिया जा रहा है। अब इंडियन स्‍टेंडर्ड वर्ल्‍ड स्‍टैंडर्ड बनेगा। इसके लिए क्‍वालिटी पर जोर देना होगा। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत के पास बहुत बडी विरासत है जिसका उपयोग गेमिंग की दुनिया के लिए किया जाना चाहिए। सरकार गेमिंग और एनिमेशन पर जी-जान से काम कर रही है। प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत ने सिंगल यूज प्‍लास्टिक सहित कई क्षेत्रों में विश्‍व का नेतृत्‍व किया है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि पीएम सूर्य घर बिजली योजना, अक्षय ऊर्जा के क्षेत्र में भारत के लक्ष्‍य प्राप्‍त करने में बड़ा काम करेगी। इससे ग्रीन जॉब बढ़ेगी और सरकार उसके लिए पूरी मदद करेगी।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत ने जी-20 के आयोजन को अलग-अलग शहरों में किया। इससे सिद्ध हुआ कि भारत में बड़े से बड़ा आयोजन करने की क्षमता है। इसलिए सरकार 2036 के ओलिम्पिक के आयोजन के लिए प्रयास कर रही है। प्रधानमंत्री ने कहा कि भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती समाज के लिए प्रेरणा बनेगी। संवेदनशीलता, समाज के प्रति मम् भाव बढाने के लिए सबको प्रयास करने होंगे। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि चुनौतियों अनगिनत हैं, बाहर भी हैं और अंदर भी हैं। जैसे-जैसे हम आगे बढेंगे तो चुनौतियॉ भी बढेंगी। उन्‍होंने कहा कि विश्‍व को भारत के आगे बढने से चिंतित नहीं होना चाहिए। भारत में पूरे विश्‍व के कल्‍याण का सामर्थ्‍य है। उन्‍होंने कहा कि चुनौतियों को चुनौती देना भारत की फितरत है। भारत बदनीयत को नेकनीयत से जीतेगा।

प्रधानमंत्री ने कहा कि बांग्‍लादेश की घटनाओं पर पडोसी देश के नाते भारत का चिंतित होना स्‍वाभाविक है। भारत वहां हिन्‍दुओं और अल्‍पसंख्‍यको की सुरक्षा सुनिश्‍चित करना चाहता है। सरकार बांग्‍लादेश की विकास यात्रा में सहभागी बना रहेगा। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत के संविधान को 75 वर्ष हो रहे हैं। संविधान ने देश के सभी वर्गों की सुरक्षा सुनिश्‍चित की है। लेकिन अब हमें कर्तव्‍यों पर भी ध्‍यान देना चाहिए। यदि हम सब मिलकर अपने कर्तव्‍यों को पूरा करेंगे तो देश का लोकतंत्र मजबूत होगा। प्रधानमंत्री ने कहा कि परिवारवाद और जातिवाद, भारत के लोकतंत्र को बहुत नुकसान पहुंचा रहा है। देश को इनसे मुक्ति‍ पानी होगी। उन्‍होंने कहा कि हम जल्‍द से जल्‍द एक लाख ऐसे नौजवानों को राजनीति में लाना चाहते हैं जिनके परिजन कभी राजनीति में नहीं रहे हैं। यही माई इंडिया का लक्ष्‍य है।

प्रधानमंत्री मोदी कहा कि देश में बार-बार चुनाव गतिरोध पैदा कर रहे हैं। हर काम को चुनाव के रंग में रंग दिया गया है। इसलिए एक राष्‍ट्र एक चुनाव के लिए सबको आगे आना चाहिए। प्रधानमंत्री ने कहा कि जनता ने जो दायित्‍व दिया है उसके लिए जी-जान से काम करूंगा और कोई कोर कसर नहीं छोडूंगा।

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