पेरिस पैरालंपिक 2024 के पांचवे दिन भारत पदक तालिका में 15वें स्थान पर पहुंच गया है। सुमित अंतिल ने भाला फेंक प्रतिस्पर्धा में अपना स्वर्ण पदक बरकरार रखा है। अंतिल ने अपने दूसरे प्रयास में 70.59 मीटर भाला फेंक कर नया रिकार्ड भी बनाया। बैडमिंटन में नितेश कुमार ने पुरुष सिंगल्स एसएल-3 श्रेणी में स्वर्ण पदक जीता। सुहास यतिराज ने पुरुष सिंगल्स एसएल-4 श्रेणी में रजत पदक जीता। सुहास अपना अंतिम मैच में गत चैंपियन लुकास मजूर से सीधे सेट में 9-21, 13-21 से हार गए और उन्हें रजत पदक से संतोष करना पड़ा। महिला सिंगल्स एसयू-5 में तुलसीमथी मुरुगेसन ने भी फाइनल में चीन की किउ ज़िया यांग से हारने के बाद रजत पदक जीता। मनीषा रामदास ने डेनमार्क की कैथरीन रोसेनग्रेन को हराकर महिला एकल एसयू-5 वर्ग में कांस्य पदक जीता। नित्या श्रे सिवन ने भी महिला सिंगल्स एसएच-6 श्रेणी में कांस्य पदक जीता। तीरंदाजी मिक्स्ड टीम कंपाउंड इवेंट में शीतल देवी और राकेश कुमार को कांस्य पदक मिला।इससे पहले, योगेश कथूनिया ने पुरुषों के डिस्कस थ्रो एफ-56 वर्ग के फाइनल में रजत पदक जीतकर भारत को पांचवें दिन का पहला पदक दिलाया था।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सभी पदक विजेताओं को बधाई दी है। आज निशानेबाज अवनी लेखरा दूसरे स्वर्ण के लिए खेलेंगी। वहीं, मरियप्पन थंगावेलु से भी पुरुषों की ऊंची कूद टी-63 फाइनल में पदक लाने की उम्मीद है।
पेरिस में चल रहे पैरालंपिक में भारतीय खिलाड़ियों का विजय अभियान जारी है। पैरा खिलाड़ियों ने विदेशी सरजमीं पर देश का नाम रौशन करते हुए अब तक भारत की झोली में तीन गोल्ड, पांच सिल्वर और सात ब्रॉन्ज मेडल जीता है। देर रात सुमित अंतिल ने मेन्स जैवलिन थ्रो में गोल्ड मेडल अपने नाम किया। सुमित ने अपने दूसरे प्रयास में 70.59 मीटर दूर भाला फेंककर गोल्ड मेडल अपने नाम किया। सुमित अंतिल का ये थ्रो पैरालंपिक गेम्स के इतिहास (F64 वर्ग) का बेस्ट थ्रो रहा।
इससे पहले नितेश कुमार ने भी सोमवार को पेरिस के ला चैपल एरेना में आयोजित पेरिस 2024 पैरालंपिक के पैरा-बैडमिंटन पुरुष एकल एसएल3 स्पर्धा में भारत के लिए स्वर्ण पदक जीता। पहले वरीय भारतीय खिलाड़ी ने स्वर्ण पदक मैच में ग्रेट ब्रिटेन के दूसरे वरीय डेनियल बेथेल को 21-14, 18-21, 23-21 से हराकर भारत को मौजूदा पैरालंपिक का दूसरा स्वर्ण पदक दिलाया।
नितेश और डेनियल ने गेम 1 की शुरुआत एसएल 3 श्रेणी की लंबी रैलियों के साथ की और मध्य चरण तक कड़ी प्रतिस्पर्धा के बाद, भारतीय शटलर ने गति पकड़ ली और 21-14 से जीत हासिल की। दूसरे सेट में डैनियल ने वापसी की और कड़े मुकाबले में नितेश को 21-18 से हराकर मैच को तीसरे सेट में ले गए।
निर्णायक गेम में 19-16 की बढ़त के साथ नितेश लगभग स्वर्ण के करीब पहुंच गए, लेकिन डेनियल ने जोरदार संघर्ष किया, हालांकि नितेश ने धैर्य का प्रदर्शन करते हुए 23-21 से सेट के साथ मैच और स्वर्ण पदक भी अपने नाम किया।
एसएल3 श्रेणी में ऐसे खिलाड़ी शामिल होते हैं जिनके एक या दोनों अंगों में मध्यम रूप से प्रतिबंधित गतिविधि होती है या अंगों की अनुपस्थिति होती है। खेल आधी-चौड़ाई वाले कोर्ट में खेला जाता है जिसमें खेले जाने वाले शॉट्स पर कोई प्रतिबंध नहीं होता है।
उधर भारत की निथ्या श्री सिवन ने देर रात इंडोनेशिया की रीना मार्लिना को 21-14, 21-6 से हराकर महिलाओं की एसएच6 श्रेणी में कांस्य पदक जीता। पिछले पदक समारोह के बाद तकनीकी समस्याओं के कारण लगभग एक घंटे तक प्रतीक्षा करने के बाद 19 वर्षीय भारतीय ने इंडोनेशियाई पैरा शटलर को मात्र 23 मिनट में हरा दिया। इस पदक के साथ, भारत ने टोक्यो में बैडमिंटन में मिले अपने चार पदकों की संख्या को पार कर लिया।
एसएच6 श्रेणी वर्ग में छोटे कद के एथलीट शामिल होते हैं जो खड़े होकर प्रतिस्पर्धा करते हैं। मैच के बाद तमिलनाडु की उत्साहित पैरा शटलर ने कहा, “मैं अपनी भावनाओं को व्यक्त करने में असमर्थ हूं। यह मेरा सबसे अच्छा क्षण होगा। मैंने उसके (रीना) खिलाफ 9-10 बार खेला है, लेकिन उसे कभी नहीं हराया है। मैं अपने पिछले अनुभव के कारण जब मैं आगे थी, तब भी खुद से कह रही थी कि ध्यान केंद्रित रखूं और इसे आसान न लूं। मैंने खुद को मानसिक रूप से तैयार किया कि जल्दी जश्न न मनाऊं।”
बता दें कि निथ्या ने चीन के हांग्जो में आयोजित 2022 एशियाई पैरा खेलों में दो कांस्य पदक जीते। मई 2022 में, एशियाई युवा पैरा खेलों के विजेता ने मनामा में पहली बहरीन पैरा बैडमिंटन अंतरराष्ट्रीय चैंपियनशिप में भी स्वर्ण पदक जीता। दिसंबर 2022 में, उन्होंने लीमा में पेरू पैरा बैडमिंटन इंटरनेशनल में विश्व रजत पदक विजेता को हराकर स्वर्ण पदक जीता था।