प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कल नई दिल्ली में अबू धाबी के क्राउन प्रिंस शेख खालिद बिन मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान से बातचीत की। दोनों नेताओं ने बहुआयामी भारत-संयुक्त अरब अमीरात-यूएई संबंधों के बीच नए उभरते क्षेत्रों में व्यापक रणनीतिक साझेदारी को मजबूत बनाने के अवसरों पर चर्चा की।
पीएम मोदी ने भारत-संयुक्त अरब अमीरात मैत्री को बढ़ाने के लिए शेख खालिद के जुनून की सराहना की। प्रधानमंत्री ने एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा कि, “अबू धाबी के क्राउन प्रिंस शेख खालिद बिन मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान का स्वागत करते हुए खुशी हुई। हमने कई मुद्दों पर सार्थक बातचीत की। भारत-संयुक्त अरब अमीरात मैत्री को मजबूत करने के लिए उनका जुनून साफ दिखाई देता है।”
इस बातचीत में पांच समझौतों पर हस्ताक्षर हुए हैं। इनमें बाराकाह परमाणु संयंत्र के संचालन और देखरेख के संबंध में अमीरात न्यूक्लियर एनर्जी कंपनी और न्यूक्लियर पॉवर कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड के बीच समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर शामिल हैं। इस दौरान अबू धाबी नेशनल ऑयल कंपनी और इंडिया ऑयल कॉर्पोरेशन के बीच दीर्घ कालीन प्राकृतिक गैस की आपूर्ति को लेकर समझौता हुआ। क्राउन प्रिंस ने राजघाट जाकर महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित की।
इससे पहले, कल शेख खालिद बिन मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान अबू धाबी के क्राउन प्रिंस के रूप में अपनी पहली भारत यात्रा पर नई दिल्ली पहुंचे। वह आज मुम्बई में एक बिजनेस फोरम में भाग लेंगे। भारत और यूएई के बीच ऐतिहासिक रूप से घनिष्ठ मैत्रीपूर्ण संबंध हैं। हाल के वर्षों में दोनों देशों के बीच रणनीतिक साझेदारी, व्यापार, निवेश, संपर्क, ऊर्जा, प्रौद्योगिकी, शिक्षा और संस्कृति के क्षेत्रों में साझेदारी और मजबूत हुई है। क्राउन प्रिंस की यात्रा से भारत-यूएई द्विपक्षीय संबंध मजबूत होंगे तथा नए उभरते क्षेत्रों में साझेदारी की नई संभावनाएं पैदा होंगी। वर्ष 2022-23 में भारत-यूएई व्यापार 85 बिलियन डॉलर तक पहुंच गया। जो कि यूएई को चीन और अमरीका के बाद भारत का तीसरा सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार बनाता है।