मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के महासचिव सीताराम येचुरी का आज लंबी बीमारी के बाद निधन हो गया। 72 वर्षीय वरिष्ठ नेता ने आज नई दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान-एम्स में अंतिम सांस ली। उन्हें पिछले महीने की 19 तारीख को इलाज के लिए ऐम्स में भर्ती कराया गया था। मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी ने एक बयान में कहा है कि सीताराम येचुरी का पार्थिव शरीर शनिवार को सुबह 11 बजे से दोपहर 3 बजे के बीच जनता के दर्शन और श्रद्धांजलि के लिए नई दिल्ली स्थित पार्टी मुख्यालय में रखा जाएगा। इसके बाद सीताराम येचुरी के पार्थिव शरीर को उनकी अंतिम इच्छा के अनुसार चिकित्सा अनुसंधान के लिए एम्स को दान कर दिया जाएगा।
सीताराम येचुरी के निधन पर राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति और प्रधानमंत्री ने दुख प्रकट किया है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के महासचिव सीताराम येचुरी के देहांत पर शोक व्यक्त किया है। सोशल मीडिया पर शोक संदेश में राष्ट्रपति ने कहा कि सीताराम येचुरी, एक छात्र नेता और बाद में राष्ट्रीय राजनीति और सांसद के रूप में एक प्रबल आवाज थे। राष्ट्रपति मुर्मु ने कहा कि सीताराम येचुरी समर्पित विचारक होते हुए भी सभी दलो में उनके मित्र पाये जाते थे। उन्होंने सीताराम येचुरी के परिवार और उनके सगे-सबंधियों के प्रति संवेदना व्यक्त की है।
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने शोक संदेश में कहा कि सीताराम येचुरी का पांच दशकों का करियर भारतीय लोकतंत्र को मजबूत करने की दिशा में महत्वपूर्ण योगदान दर्शाता है। उन्होंने कहा कि सीताराम येचुरी सार्वजनिक सेवा के प्रति अटूट प्रतिबद्धता की एक समृद्ध विरासत छोड़ गए हैं।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज पूर्व संसद सदस्य सीताराम येचुरी के निधन पर शोक व्यक्त किया। एक्स पर एक भावपूर्ण संदेश में, प्रधानमंत्री मोदी ने कहा “सीताराम येचुरी के निधन से दुखी हूँ। वे वामपंथ के एक अग्रणी प्रकाश स्तंभ थे और पूरे राजनीतिक परिदृश्य में अपनी संपर्क-क्षमता के लिए जाने जाते थे। उन्होंने एक प्रभावी सांसद के रूप में भी अपनी पहचान बनाई। इस दुख की घड़ी में मेरी संवेदनाएं उनके परिवार और प्रशंसकों के साथ हैं। ओम शांति।”
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के महासचिव और पूर्व राज्यसभा सांसद सीताराम येचुरी के निधन पर दुख जताया है। शाह ने एक सोशल मीडिया पोस्ट में कहा कि सीताराम येचुरी का निधन राजनीतिक क्षेत्र के लिए क्षति है। उन्होंने सीताराम येचुरी के परिवार के सदस्यों और दोस्तों के प्रति संवेदना व्यक्त की। उन्होंने प्रार्थना की कि भगवान उन्हें इस कठिन समय को सहने की शक्ति दे।
लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने अपने शोक संदेश में कहा कि सीताराम येचुरी देश की गहरी समझ रखने वाले भारत के विचार के संरक्षक थे।
राजनीतिक दलों के वरिष्ठ नेताओं ने भी सीताराम येचुरी के निधन पर दुख व्यक्त किया है। भाजपा अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने कहा कि सीताराम येचुरी की दशकों की समर्पित सार्वजनिक सेवा और राष्ट्र के प्रति उनके अपार योगदान को हमेशा याद किया जाएगा। उन्होंने कहा कि यह भारतीय राजनीति के लिए अपूरणीय क्षति है।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि वह एक विनम्र नेता थे, जिन्हें अडिग राजनीतिक विचारधारा के साथ व्यक्तिगत संबंधों को साधने में महारथ हासिल थी। उन्होंने कहा कि एक उत्कृष्ट सांसद और बुद्धिजीवी के रूप में सीताराम येचुरी ने आदर्शवाद और व्यावहारिकता के साथ देश के लोगों की सेवा की।
पार्टी महासचिव डी. राजा ने कहा कि सीताराम येचुरी समकालीन समय में वाम और कम्युनिस्ट आंदोलन के सबसे उत्कृष्ट नेताओं में से एक थे।