प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रवासी भारतीयों को राष्ट्र-दूत बताते हुए कहा कि वे हमेशा देश के सबसे मजबूत ब्रांड एंबेसेडर रहे हैं। प्रधानमंत्री ने बीती रात न्यूयॉर्क में लांग आइलैंड के नसाऊ कोलेसियम में बड़ी संख्या में मौजूद भारतीय समुदाय को संबोधित किया। भारत-अमरीका द्विपक्षीय संबंधों में प्रवासी भारतीयों की भूमिका की सराहना करते हुए श्री मोदी ने कहा कि विश्व के लिए एआई का मतलब आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस है लेकिन वे मानते हैं कि एआई अमरीका-भारत की भावना को भी प्रकट करता है। उन्होंने कहा कि प्रवासी भारतीयों ने अमरीका से भारत को और भारत से अमरीका को जोड़ा है तथा उनका कौशल और प्रतिभा बेजोड़ है। प्रधानमंत्री ने अमरीका के राष्ट्रपति जो बाइडेन की मेजबानी के लिए उनके प्रति आभार व्यक्त किया और कहा कि यह 140 करोड़ भारतीयों का सम्मान है।
प्रधानमंत्री मोदी ने अमरीका के बोस्टन और लॉस एंजिलिस में दो नये भारतीय वांणिज्य दूतावास खोलने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि इस विस्तार में अमरीका में प्रवासी भारतीयों के साथ संबंध मजबूत करने की भारत की प्रतिबद्धता झलक मिलती है। अभी न्यूयॉर्क, अटलांटा, शिकागो, ह्यूस्टन, सैन फ्रांसिसको और सिएटल में भारत के छह वाणिज्य दूतावास हैं। प्रधानमंत्री ने ह्यूस्टन विश्वविद्यालय में तमिल अध्ययन के लिए तिरूवल्लुवर पीठ खोले जाने की भी घोषणा की।
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत ऐसा देश है जहां दर्जनों भाषाओं में संवाद होता है और विश्व के सभी पंथ और धर्म हैं, इसके बावजूद लोग एकता के साथ आगे बढ रहे हैं। उन्होंने कहा कि विविधता को समझना, उसे जीना और अपने रोजमर्रा के जीवन में शामिल करना भारतीय संस्कृति का हिस्सा है।
प्रवासी भारतीयों को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने विकसित भारत बनाने के लिए पुष्प मंत्र दिया। उन्होंने कहा कि पुष्प के पांच स्तंभ मिलकर विकसित भारत का निर्माण करेंगे। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि P का मतलब प्रगतिशील भारत, U का मतलब अजेय भारत, S का मतलब आध्यात्मिक भारत, H का मतलब मानवता प्रथम भारत और P का मतलब समृद्ध भारत है।
देश में जीवंत लोकतंत्र की ओर इशारा करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि हाल ही में भारत ने दुनिया में सबसे बड़ा मतदान कराया है। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार लगातार तीसरी बार सत्ता में आई है। प्रधानमंत्री ने कहा कि उनका मन और मिशन बिल्कुल साफ है और वे सुशासन और समृद्ध भारत के लिए अपना जीवन समर्पित करेंगे।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि उनकी सरकार की सोच और दृष्टिकोण में बदलाव के कारण पिछले 10 सालों में 25 करोड़ लोग गरीबी से बाहर निकले हैं। उन्होंने कहा कि भारत में विकास एक जन आंदोलन बन रहा है और हर नागरिक इसका भागीदार है। उन्होंने कहा कि भारत आज ‘अवसरों की भूमि’ बन चुका है और देश अब अवसरों का इंतजार नहीं करता बल्कि उन्हें बनाता है।
प्रधानमंत्री मोदी ने यह भी कहा कि केवल दो वर्षों में भारत 5जी का नेटवर्क अमरीका के 5जी नेटवर्क से बड़ा हो गया है और भारत अब स्वदेशी 6जी नेटवर्क पर काम कर रहा है। प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि पूरी दुनिया की तुलना में हमारा कार्बन उत्सर्जन नगण्य है। उन्होंने जोर देकर कहा कि प्रकृति के प्रति प्रेम की हमारी परंपरा ने हमारा मार्गदर्शन किया है और भारत, सौर और पवन ऊर्जा क्षेत्रों पर ध्यान दे रहा है। उन्होंने कहा कि भारत पेरिस जलवायु लक्ष्यों को हासिल करने वाला पहला जी-20 देश है। उन्होंने आश्वासन दिया कि उनकी सरकार भारत के हर घर को सौर ऊर्जा वाला घर बनाना चाहती है।
‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान के बारे में प्रधानमंत्री ने लोगों से आग्रह किया कि वे अपने जीवनकाल में कम से कम एक पेड़ जरूर लगाए। भारत के बढ़ते कूटनीतिक कद के बारे में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत ग्लोबल साउथ की एक मजबूत आवाज है। उन्होंने कहा कि भारत न केवल जीडीपी उन्मुख विकास पर, बल्कि मानव उन्मुख विकास पर ध्यान दे रहा है।
पीएम ने कहा हमने मेड इन इंडिया पर काम किया, आज दुनिया हर दूसरा मोबाइल मेड इन इंडिया का है। हम दुनिया के दूसरे सबसे बड़े मोबाइल उत्पादक हैं। आज हम मोबाइल आयातक से निर्यातक बन गये हैं। अब भारत किसी के पीछे नहीं चलता है अब भारत दुनिया का नेतृत्व करता है। भारत ने डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्टक्चर (डीपीआई) आज पूरे दुनिया को आकर्षित कर रहा है। अनेक भारतीय डिजीलाॅकर का प्रयोग करते हैं। मेड इंडिया का डिवाइस पूरे दुनिया में बिक रहा है। 17 फीसदी जनसंख्या के साथ दुनिया की 4 फीसदी कार्बन उत्सर्जन करते हैं। यानी कार्बन उत्सर्जन में हमारी हिस्सेदारी बहुत कम है। देश में सोलर कैपिसिटी को हमने 30 गुना ज्यादा बढ़ाया है। पीएम ने आज 21 वीं सदी का भारत एजूकेशन, स्किल और इनोवेशन के दम पर आगे बढ़ रहा है। प्राचीन नालंदा युनिवर्सिटी को हमने नए अवतार में सामने लाया है। हर दिन दो नए कालेज, हर दिन एक नये ITI का निर्माण हो रहा है , भारत में अब 22 एम्स हो गए हैं।
पीएम ने कहा अब दुनिया डिजाइन इन इंडिया का जलवा देखेगी। हम ग्लोबल साउथ की बुलंद आवाज बन रहे हैं आज जब भारत ग्लोबल प्लेटफार्म पर कुछ कहता है तो दुनिया सुनती है। आज दुनिया में कुछ होता है आज भारत सबसे पहले रिस्पांड करता है। आज भारत का प्रभाव दुनिया के हर सेक्टर में दिखेगा चाहे ग्लोबल ग्रोथ, पीस , क्लाइमेट सप्लाई चेन को स्कपीडअप करने में हो या स्किल गैप को कम करने में भारत की भूमिका अहम है। भारत की प्राथमिकता दुनिया में दबाव बनाने की नहीं अपना प्रभाव बढ़ाने की है ,हम सूरज की तरह रोशनी देने वाले लोग हैं। हम विश्व के अन्य देशों की तरह दबदबा नहीं बनाते,हम दुनिया की समृद्धि योगदान देने वाले लोग हैं। भारत जीडीपी सेंट्रिक से आगे बढ़कर मानव केंद्रित विकास को बढ़ाने वाले हैं, आजकल भारत में एक पेड़ मां के नाम का अभियान देश के कोने कोने में चल रहा है, ये हमारी जन्मदाता और धरती मां का दोनों का सम्मान है। उन्होंने कहा जल्द ही आप भारत में ओलम्पिक की मेजबानी करता हुआ देखेंगें। आज भारत स्पोर्ट्स, मनोरंजन में पूरी दुनिया का आकर्षण का केंद्र बना हुआ है।
पीएम ने कहा आज हर देश भारत को समझना चाहता है, 300 शिलालेख और मूर्तियां अमेरिका ने भारत को लौटाईं हैं। अभी तक अमेरिका ऐसी 500 धरोहरों को लौटा चुका है। ये भारत की विरासत का सम्मान है। हम भारत और अमेरिका की पाॅर्टनरशिप हर क्षेत्र में बढ़ा रहे हैं। मुझे आपको बताते हुए खुशी रही है हमने अमेरिका में दो नये कांसुलेट खोलने का एलान किया है।
उन्होंने यह भी कहा कि आज जब भारत वैश्विक मंच पर कुछ कहता है तो पूरी दुनिया उसे सुनती है। उन्होंने जोर देकर कहा कि यह युग युद्ध का नहीं है। इसकी गंभीरता सभी समझते हैं।
इससे पहले, न्यूयॉर्क के नासाउ कोलेसियम में रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किया गया। कलाकारों ने रंगारंग नृत्य और गायन प्रदर्शनों के साथ भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को प्रदर्शित किया। प्रधानमंत्री की यात्रा के दौरान देश की विरासत और इसकी वैश्विक उपस्थिति का जश्न मनाने के लिए इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया था, जिससे दर्शकों को देश की सांस्कृतिक परंपराओं की व्यापक जानकारी मिली। 15 हजार से अधिक लोग इस कार्यक्रम में शामिल हुए। वहां मौजूद लोग प्रधानमंत्री के आने पर और उनके भाषण के बीच मोदी मोदी के नारे लगा रहे थे।