प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुये कहा कि देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी चीख-चीख कर कहते हैं कि माफियाओं के खिलाफ कठोर कार्यवाही की जायेगी। मध्यप्रदेश में जो 1900 करोड़ का ड्रग्स का कारोबार का मामला सामने आया हैं, वह प्रदेश ही नहीं देष के लिए बड़ी घातक स्थिति है। प्रदेष की राजधानी भोपाल में मुख्यमंत्री, मंत्री, शासन-प्रषासन और सरकार की खुफिया एजेंसियों की नाक के नीचे चल रहे इतने बड़े ड्रग्स के कारोबार ने प्रदेष सरकार और कानून व्यवस्था की पोल खोल कर रख दी है। विगत दो वर्षों में इंदौर, रतलाम और अब 1900 करोड़ का भोपाल सहित अन्य स्थानों पर बड़ी मात्रा में ड्रग्स का जखीरा पकड़ा गया जो प्रदेष के लिए बड़ी शर्मनाक बात है।
पटवारी ने कहा कि ड्रग्स का कारोबार मध्य प्रदेश पुलिस ने नहीं पकड़ा गुजरात पुलिस की नार्कोटिक्स विभाग की टीम ने पकड़ा जिस पर गुजरात के गृहमंत्री
का ट्वीट आया उन्होंने कहा हमने यह सफलता हासिल और उसके चार घंटे बाद मध्यप्रदेश सरकार की ओर से ट्वीट आया। इससे साफ है कि मप्र सरकार और उसकी कानून व्यवस्था, खुफिया एजेंसी मप्र में किस तरह काम कर रही है।
पटवारी ने कहा कि मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में 1800 करोड़ रुपए से ज्यादा कीमत की ड्रग्स बरामद। यह खबर जितनी बड़ी हैं उतनी ही शर्मनाक है। राजधानी में यह गौरखधंधा इतने बड़े स्तर पर पनपता रहा और मप्र की मोहन सरकार आंखें बंद कर बैठीं है। इसका जवाबदार कौन है। एटीएस गुजरात और एनसीबी द्वारा यह कार्यवाही होती रही और मध्यप्रदेश पुलिस सोती रही, क्या यह मध्यप्रदेश के इंटेलिजेंस का फेल्योर नहीं है?
पटवारी ने कहा कि ड्रग्स के कारोबार का इतना बड़ा जखीरा मप्र में पकड़ा गया और इसकी जानकारी एक महीने से सरकार को थी, लेकिन एक महीने नहीं दो महीने से इस कारोबार की भनक लग गई थी, लेकिन सरकार फिर भी कोई कार्यवाही नहीं सकी। ड्रग्स का इतना बड़ा कोराबार और मध्य प्रदेश की सरकार को और पुलिस को पता ही नहीं था मध्य प्रदेश की कानून व्यवस्था कैसी चल रही है? आखिर मध्य प्रदेश के क्या हालत हो गए हैं। प्रदेष में शराब, गांजा, भांग, चरस, अलग-अलग प्रकार की नषीली दवाइयां और कितने प्रकार के नषीले पदार्थ इन ड्रग्स माफियाओं के माध्यम से धड़ल्ले से बच्चों के बीच पहुंच रहे हैं, जिससे वे नषे के आदी बन रहे हैं और प्रदेष में इससे बलात्कार जैसे जघन्य अपराधों के साथ अन्य तरह के अपराध बढ़ रहे हैं। माता-पिता जिसका बच्चा इस तरीके नशे की लत में पड़ चुका है, वह खून के आंसू रोता है।
पटवारी ने कहा कि प्रदेष में 25 साल से बीजेपी की सरकार है, यदि देश के प्रधानमंत्री जी में थोड़ी सी भी नैतिकता हो तो मध्यप्रदेष के मुख्यमंत्री मोहन यादव से नैतिकता के आधार पर इस्तीफा लेना चाहिए। वहीं मुख्यमंत्री को उपमुख्य मंत्री जगदीष देवड़ा से इस्तीफा लेना चाहिए।
पटवारी ने कहा कि इस विषय पर कोई और राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप नहीं लगाना चाहता हूं लेकिन लगातार इस तरह की घटनाएं आना प्रदेश के बच्चों, युवाओं के लिए बहुत बड़ी विडंबना हैं। उन्होंने कहा कि ड्रग्स कारोबार से व्यक्ति भाजपा युवा मोर्चा का नेता है जो उपमुख्यमंत्री दगदीष देवड़ा से जुड़ा हुआ है, जो इस तरह से कारोबार में शामिल है। सुधीर गुप्ता के संबंध भाजपा नेताओं से जिसके सैकड़ो सबूत है।
पटवारी ने कहा कि आज प्रदेश बलात्कार में नंबर वन, नशे के कारोबार में नंबर वन, नशे में सरकार और सरकार से जुड़े हुए लोगों का संरक्षण है। यह सरकार जनता की नहीं बीजेपी की नहीं है यह सरकार माफिया की है। यह बात में बार-बार दोहराता हूं नशे के कारोबार के माफिया आज खुले रूप से सरकार के संरक्षण में घूम रहे हैं।
उन्होंने मीडिया के साथियों से कहा कि नशे के खिलाफ अभियान चलाने में आपसे अपने बहुत बड़ी भूमिका निभाई उसके लिए आप सब साधुवाद के पात्र हैं। उन्होंने कहा कि मैंने अभी उज्जैन में सभा की थी और उज्जैन की नगरी को नशा मुक्त करने की बात कही थी लेकिन मोहन यादव इस पर कोई कार्रवाई नहीं करते, ऐसे ही नर्मदापुरम के किनारे जाकर देखें आसपास नशे का कारोबार फल फूल रहा है, ऐसा कोई मोहल्ला नहीं है, ऐसा कोई गांव नहीं जहां नशे की सामग्री न मिलती हो।
पटवारी ने कहा कि मुख्यमंत्री मध्य प्रदेश के भविष्य को सुरक्षित करो और आपके मामले में जैसी छवि आपकी बनती जा रही है उससे प्रदेश कलंकित हो रहा है।