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करोड़ रोजगार देने का वादा था, हर साल दो करोड़ नशेड़ी पैदा कर रही सरकार : जीतू पटवारी

मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष जीतू पटवारी ने कल अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी मुख्यालय के सभागार में पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुये कहा कि प्रदेश भाजपा सरकार की सत्ता की सरपरस्ती में देश का दिल और सांस्कृतिक राजधानी कहे जाने वाला मध्यप्रदेश अवैध मादक पदार्थों के गढ़ में तब्दील कर दिया गया है। प्रदेश के नौजवानों को ड्रग्स के दलदल में धकेलकर उनके भविष्य को अंधकारमय कर दिया गया है। मेफेड्रोन (MD), स्मैक, अफीम, गांजा, चरस, डोडा चूरा, एसिटिक एनहाइड्राईड, अल्प्राज़ोलम पाऊडर/कैमिकल सिरप जैसे कई घातक ड्रग्स प्रदेश के चप्पे-चप्पे में बेचे जा रहे हैं।

मध्य प्रदेश को ड्रग्स के गर्त में डुबोने की कहानी इतनी डरावनी और भयावह है कि खुद भाजपा के विधायक पुलिस अधिकारियों के चरणों में गिरकर गुहार लगा रहे हैं कि प्रदेश को ड्रग्स के चंगुल से मुक्त कराइए। प्रदेश के मंत्री सार्वजनिक रूप से भाषण में स्वीकार रहे हैं कि उनकी विधानसभा की गलियों में खुले आम ड्रग्स का कारोबार हो रहा है। भाजपा पार्षद वीडियो बनाकर गलियों में खुले में नशा करने के संबंध में अपने मुख्यमंत्री को चुनौती दे रही हैं। बड़े-बड़े ड्रग माफियाओं के साथ प्रदेश के मंत्रियों की तस्वीरें रोज समाचार पत्रों की सुर्खियाँ बन रही हैं। एक तरफ समूचे प्रदेश का चप्पा-चप्पा ड्रग्स के आग़ोश में धकेला जा रहा है, दूसरी ओर प्रदेश के मुख्यमंत्री, जो खुद गृहमंत्री भी हैं, सत्ता के नशे में मदमस्त आराम फरमा रहे हैं!

प्रदेश ड्रग्स माफ़िया की शरण में – भाजपा विधायक पुलिस के चरणों में: मध्य प्रदेश मऊगंज विधायक, प्रदीप पटेल अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक के चरणों में गिर गए और कहा कि गुंडे उनकी हत्या पुलिस के इशारों पर करना चाहते हैं। चौंकाने वाली बात यह है कि विधायक पटेल ने जिले के पुलिस अधीक्षक और रीवा ज़ोन के आइजी को ड्रग्स के गोरखधंधे के खिलाफ एक पत्र लिखा था, मगर पुलिस ने ड्रग माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई करने की बजाय विडंबना देखिए कि भाजपा विधायक खुद कह रहे हैं कि बड़े अधिकारी गुंडों को कहते हैं कि ‘विधायक की हत्या करो और ईनाम पाओ’! मऊगंज के विधायक, प्रदीप पटेल के इस वीडियो को शेयर करते हुए भाजपा के पूर्वमंत्री और वर्तमान विधायक ने अपने विधायक का समर्थन करते हुए मध्य प्रदेश के शराब माफियाओं के खिलाफ तल्ख़ टिप्पणी की है। साथ ही मध्य प्रदेश के सागर जिले से देवरी के विधायक ब्रज बिहारी पटेरिया की भी प्रदेश में बढ़ते अपराध और कानून व्यवस्था को लेकर इस्तीफे की खबरें मीडिया में आ रही हैं।

भोपाल बना देश की ड्रग्स राजधानीः भोपाल के बगरौदा गांव में स्थित प्लॉट नंबर एफ-63 में कई माह से ड्रग्स की एक फैक्ट्री चल रही थी। इसकी भनक भोपाल पुलिस को तब लगी जब गुजरात एटीएस और एनसीबी की 15 सदस्यीय टीम ने फैक्ट्री पर दबिश दी। बरामद ड्रग्स की कीमत 1814.18 करोड़ रुपए बताई जा रही है। अवैध ड्रग्स कारोबार के मुख्य आरोपी हरीश आंजना को उपमुख्यमंत्री, श्री जगदीश देवड़ा के साथ कई कार्यक्रमों में लंबे समय से देखा गया और सोशल मीडिया पर उसके कई फोटो उपमुख्यमंत्री के साथ कई समारोह में दिखाई दिए।

भोपाल की इस ड्रग फैक्ट्री में रोजाना 25-30 किलो ड्रग्स तैयार हो रहा था। गुजरात में पकड़ाए कुछ ड्रग्स डीलर्स से गुजरात एटीएस को इस फैक्ट्री की जानकारी मिली थी। इसके बाद से ही गुजरात एटीएस डेढ़ महीने से फैक्ट्री पर नजर रख रही थी। जानकारी पक्की होने पर एटीएस ने दिल्ली एनसीबी से संपर्क किया। इसके बाद संयुक्त रूप से कार्रवाई की गई। फैक्ट्री में तलाशी के दौरान कुल 907.09 किलोग्राम मेफेड्रोन (ठोस और तरल दोनों रूप में) मिला। बताया जा रहा है कि फैक्ट्री की मशीनें और सिस्टम बहुत आधुनिक और उच्च क्षमता वाले थे। आरोपी पिछले छह महीने से रोजाना 25 से 30 किलो ड्रग्स तैयार कर रहे थे।

देश के प्रमुख टीवी चौनल ने भोपाल में किया 72 घंटे का स्टिंग ऑपरेशन: मध्य प्रदेश इस हद तक नशे के गर्त में डूबा हुआ है कि राजधानी भोपाल के चप्पे-चप्पे पर हर प्रकार का ड्रग्स उपलब्ध है। चाहे वो प्रशासनिक अधिकारियों के बंगले के इर्दगिर्द हो या पुराने भोपाल की वीथियाँ हों, देश के एक बड़े चौनल द्वारा किए गए स्टिंग ऑपरेशन में इस बात का खुलासा हुआ कि भोपाल में हर प्रकार का ड्रग्स, चाहे वो चरस हो, गांजा हो, अफीम हो, स्मैक हो या मेफेड्रॉन ड्रग्स, सब बड़ी आसानी से उपलब्ध है और यह स्टिंग ऑपरेशन भोपाल में ड्रग फैक्ट्री के पकड़ाए जाने के बाद किया गया है।

गली गली में ड्रग्स की कहानी, मंत्री की जुबानी: 21 सितंबर को इंदौर में प्रदेश के कैबिनट मंत्री, श्री कैलाश विजयवर्गीय पुलिस को चेतावनी भरे लहजे में भाषण में अपने मंच से कहते हैं कि 3 दिन में ड्रग माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई की जाए। पहले यहाँ ड्रग का धंधा कम था, अभी कुछ दिनों से बढ़ गया है। असल में किस्सा यह था कि भाजपा के सदस्यता अभियान के दौरान क्षेत्र की महिलाओं ने मंत्री को घेरकर यह कहा कि इलाके में बेतहाशा ड्रग माफिया सक्रिय हैं, जिन्होंने क्षेत्रवासियों का जीना दूभर कर रखा है।

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार मंत्री के विधानसभा क्षेत्र की लगभग 200 गलियाँ ड्रग माफियाओं की गिरफ्त में हैं। इनमें प्रमुख रूप से वाल्मीकि नगर, गोविंद कालोनी, वृंदावन कॉलोनी, राम नगर, अवंतिका नगर, सुंदर नगर, जगदीश नगर, पटेल बस्ती, बड़ा भागीरथपुरा इत्यादि हैं।

ग्वालियर की भाजपा पार्षद अपर्णा पाटिल ने अपनी ही सरकार को दी 7 दिन की चेतावनी: भारतीय जनता पार्टी की ग्वालियर की पार्षद अपर्णा पाटिल प्रमुख चौराहे पर खड़े होकर वीडियो बनाती हैं और सड़क पर नशा कर रहे लोगों को दिखाते हुए अपनी ही सरकार को चेतावनी भरे लहजे में कहती हैं कि सड़क पर बैठकर आए दिन लोग नशा कर रहे हैं और रास्ते से गुजरने वाली बहन-बेटियों को और कोचिंग जा रही बच्चियों को परेशान करते हैं। अगर सात दिन में इसका संज्ञान नहीं लिया गया तो वो सड़कों पर उतर जाएंगी।

पटवारी ने कहा कि मध्य प्रदेश में 1,800 करोड़ की ड्रग्स बरामदगी का आरोपी उपमुख्यमंत्री का चहेता है। पीएम मोदी उपमुख्यमंत्री देवड़ा का इस्तीफा लें , पीएम मोदी ने दो करोड़ रोजगार तो नहीं दिए, लेकिन हर वर्ष दो करोड़ नशा करने वाले बना दिए। पटवारी ने कहा कि कांग्रेस ने बढ़ते नशे के मुद्दे पर केंद्र समेत मध्य प्रदेश की भाजपा सरकार को घेरा है। मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने भोपाल में करोड़ों की ड्रग्स बरामदगी के आरोपी से मध्य प्रदेश के उपमुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा के नज़दीकी संबंधों का हवाला देकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री मोहन यादव से तुंरत उपमुख्यमंत्री का इस्तीफा लेने की मांग की है।

जीतू पटवारी ने कहा कि सिर्फ मध्य प्रदेश नहीं, बल्कि आज पूरा देश ‘उड़ता भारत’ यानी नशे की लत से ग्रस्त युवाओं का देश बनने की दिशा में बढ़ रहा है। देश में कोई भी राज्य नशे की गिरफ्त से अछूता नहीं है। मोदी सरकार ने संसद में एक रिपोर्ट पेश की थी, जिसमें बताया गया था कि देश में करीब 40 करोड़ लोग नशा करते हैं और ये संख्या हर साल करीब दो करोड़ दस लाख बढ़ रही है। प्रधानमंत्री मोदी ने हर साल दो करोड़ रोजगार तो नहीं दिए, लेकिन हर वर्ष दो करोड़ नशा करने वाले बना दिए।

भोपाल में पकड़ी गई 1,800 करोड़ रुपए से अधिक की ड्रग्स की फैक्ट्री के मुद्दे को उठाते हुए पटवारी ने कहा कि मध्य प्रदेश में नशे और उससे जुड़े माफिया को लेकर भयावह स्थिति है। कई राज्यों में ड्रग्स के तार भोपाल में पकड़े गए ड्रग्स रैकेट से जुड़े हैं। ड्रग्स की फैक्ट्री चलाने वाले आरोपी के उपमुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा के साथ संबंध सार्वजनिक हैं। इससे साफ है कि आरोपी बिना राजनीतिक संरक्षण के इतना बड़ा अपराध नहीं कर सकता है। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री और गृह मंत्री मोहन यादव इस तरह की घटनाओं पर चुप हैं। सरकार और पुलिस प्रशासन को भनक भी नहीं लगी। प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री तुंरत उपमुख्यमंत्री का इस्तीफा लें।

पटवारी ने भाजपा नेताओं की वीडियो क्लिप दिखाते हुए कहा कि मध्य प्रदेश के मंत्री कैलाश विजयवर्गीय कह चुके हैं कि प्रदेश में गली गली में नशा बिकता है। इसके बाद मऊगंज से भाजपा विधायक शराब माफिया और गुंडों से परेशान होकर पुलिस के सामने साष्टांग लेटने को मजबूर हो गए। वरिष्ठ भाजपा नेता अजय विश्नोई ने इसे अपने एक्स पर शेयर किया और लिखा है कि पूरी सरकार ही शराब ठेकेदारों के आगे दंडवत है। जब भाजपा नेता ही इस तरह की बातें कर रहे हैं तो फिर इसके लिए किसी और प्रमाण की क्या ज़रूरत है। उन्होंने कहा, भाजपा नेताओं के बच्चे भी नशा करते हैं, इसलिए वे भी इसके खिलाफ आवाज उठा रहे हैं।

पटवारी ने कहा कि मध्य प्रदेश आज पूरी तरह से माफियाओं के चंगुल में है। प्रदेश में शराब माफिया, खनिज माफिया, रेत माफिया, प्रशासनिक माफिया समेत तमाम माफिया हावी हैं। मध्य प्रदेश में माफिया की सरकार है और हर तरफ़ उन्हीं का बोलबाला है। नशा माफिया ने हर वर्ग को अपनी चपेट में ले लिया है।
मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी शुक्रवार को नई दिल्ली स्थित कांग्रेस मुख्यालय में पत्रकार वार्ता को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान उनके साथ अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता अभय दुबे भी मौजूद थे।

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