रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कल लाओ पीडीआर के वियनतियाने में आसियान रक्षा मंत्रियों की 11वीं बैठक-प्लस के अवसर पर चीन के रक्षा मंत्री एडमिरल दोंग जून से मुलाकात की। हाल ही में हुए सैन्य वापसी समझौतों और ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग की मुलाकात के बाद दोनों रक्षा मंत्रियों की यह पहली भेंट थी।
रक्षा मंत्री ने कहा कि दुनिया के दो सबसे बड़े देश भारत और चीन के बीच सौहार्दपूर्ण संबंधों का वैश्विक शांति और समृद्धि पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। उन्होंने कहा कि पड़ोसी होने के नाते हमें संघर्ष के बजाय सहयोग पर ध्यान केंद्रित करने की आवश्यकता है।
राजनाथ सिंह ने वर्ष 2020 सीमा में हुई दुर्भाग्यपूर्ण झड़पों से मिले सबक पर विचार करने, ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति को रोकने के लिए कदम उठाने और भारत-चीन सीमा पर शांति और सौहार्द बनाए रखने का आह्वान किया। तनाव कम करके दोनों पक्षों के बीच अधिक विश्वास और भरोसा कायम करने पर भी उन्होंने जोर दिया। दोनों पक्षों ने आपसी विश्वास और समझ बढ़ाने के लिए एक रोडमैप की दिशा में मिलकर काम करने पर सहमति जताई।
रक्षा मंत्री तीन दिवसीय यात्रा पर वियनतियाने पहुंचे हैं। वे 21 नवंबर, 2024 को 11वें आसियान रक्षा मंत्रियों की बैठक-प्लस में भाग लेंगे और क्षेत्रीय और अंतर्राष्ट्रीय सुरक्षा मुद्दों पर मंच को संबोधित करेंगे।