12वां अंतर्राष्ट्रीय पर्यटन मार्ट (आईटीएम) 26 से 29 नवंबर, 2024 तक काजीरंगा, असम में आयोजित किया जाएगा। अंतर्राष्ट्रीय पर्यटन मार्ट भारत सरकार के पर्यटन मंत्रालय द्वारा आयोजित एक वार्षिक कार्यक्रम है, जिसका उद्देश्य घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय दर्शकों के लिए पूर्वोत्तर क्षेत्र की पर्यटन क्षमता को उजागर करना है। यह कार्यक्रम एक महत्वपूर्ण मंच के रूप में कार्य करता है, जो आठ पूर्वोत्तर राज्यों- असम, अरुणाचल प्रदेश, मणिपुर, मेघालय, मिजोरम, नागालैंड, त्रिपुरा और सिक्किम के पर्यटन व्यवसायों और उद्यमियों को एक साथ लाता है, ताकि खरीदारों, विक्रेताओं, मीडिया, सरकारी एजेंसियों और अन्य हितधारकों के बीच सहयोग और बातचीत को बढ़ावा दिया जा सके।
12वां अंतर्राष्ट्रीय पर्यटन मार्ट ऐसे क्षेत्र में आयोजित किया जाएगा जो अपनी विविध स्थलाकृति, समृद्ध वनस्पतियों और जीवों, जीवंत जातीय समुदायों, प्राचीन परंपराओं, त्योहारों और प्रचुर कला और शिल्प के लिए प्रसिद्ध है। यूनेस्को स्थल, काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान और राजसी एक सींग वाले गैंडे का घर इस आयोजन का प्रमुख आकर्षण होगा।
पर्यटन महानिदेशक मुग्धा सिन्हा ने 12वां अंतर्राष्ट्रीय पर्यटन मार्ट के बारे में मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि इस कार्यक्रम में लगभग 400 प्रतिभागियों के भाग लेने की उम्मीद है, जिनमें अंतर्राष्ट्रीय और घरेलू टूर ऑपरेटर, होटल व्यवसायी और होमस्टे मालिक, पर्यटन सेवा प्रदाता, भारत सरकार और राज्य सरकारों के वरिष्ठ अधिकारी, मीडिया और अंतर्राष्ट्रीय छात्र आदि शामिल हैं।
महानिदेशक ने आगे बताया कि तीन दिवसीय मार्ट में कई तरह की गतिविधियाँ होंगी, जिनमें राज्य सरकारों द्वारा प्रस्तुतियाँ, बी2बी बैठकें, पैनल चर्चाएँ, खाद्य प्रदर्शन, सांस्कृतिक संध्याएँ, लाइव संगीत, उत्तर पूर्व बाज़ार और चराइदेव मोइदम (भारत का सबसे नया और 43वाँ यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल), काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान (राष्ट्रीय उद्यान के रूप में 50 वर्ष), हाथीकुली चाय बागान और आर्किड और जैव विविधता पार्क जैसे महत्वपूर्ण स्थलों का तकनीकी दौरा शामिल है। इसमें उत्तर पूर्वी क्षेत्र में अध्ययन कर रहे अंतर्राष्ट्रीय छात्र और दुनिया भर के प्रभावशाली लोग भी शामिल होंगे, जो उन्हें क्षेत्र की समृद्ध संस्कृति के बारे में प्रत्यक्ष जानकारी प्रदान करेंगे।
इस बात पर प्रकाश डालते हुए कि काजीरंगा अंतर्राष्ट्रीय पर्यटन मार्ट पर्यटन मंत्रालय की ट्रैवल फॉर लाइफ पहल के साथ जुड़कर स्थिरता के प्रति एक मजबूत प्रतिबद्धता का उदाहरण होगा। महानिदेशक ने कहा कि इस कार्यक्रम का आयोजन पर्यावरणीय प्रभाव को कम करने, ऊर्जा-कुशल प्रथाओं को अपनाने और एकल-उपयोग वाले प्लास्टिक के उन्मूलन पर ध्यान केंद्रित करके किया जाएगा। उन्होंने कहा कि मार्ट के दौरान परिवहन को समर्पित शटल सेवाओं के माध्यम से सुगम बनाया जाएगा, जो पर्यटन को प्रकृति के साथ सामंजस्य स्थापित करने और एक स्थायी, सकारात्मक विरासत सुनिश्चित करने के लिए मंत्रालय की प्रतिबद्धता को प्रदर्शित करता है।