एमपीआरडीसी अब कमलापार्क से मोती मस्जिद, हमीदिया अस्पताल के सामने से लालघाटी तक एलीवेटेड कॉरीडोर की योजना बना रहा है। वीआइपी रोड आठ लेन करने के प्रोजेक्ट के केंद्रीय वेटलैंड अथॉरिटी के पास पर्यावरणीय नियमों की अवहेलना के तहत अटके होने के बाद ये रास्ता निकाला जा रहा है। वीआइपी रोड आठ लेन प्रोजेक्ट के तहत शासन से 3000 करोड़ रुपए की सैंद्धांतिक अनुमति मिली हुई है। बताया जा रहा है कि इसे ही नए कॉरीडोर को बनाने में उपयोग किया जाएगा।
वीआइपी रोड एक्सटेंशन में ये बाधा: वीआइपी रोड नए भोपाल यानि पोलीटेक्रिक चौराहा की ओर से बैरागढ़ की ओर आवाजाही करने वालों के लिए सुगम रास्ता है। इस रोड पर अब ट्रैफिक काफी बढ़ गया है। इसके एक्सटेंशन की योजना बनाई, लेकिन बड़ा तालाब रामसर साइट वेटलैंड है। पर्यावरणीयतौर पर इसमें निर्माण नहीं किया जा सकता। वेटलैंड रूल्स 2017 में भी कई कड़े प्रावधान है। हालांकि अनुमति के लिए केंद्रीय वेटलैंड में प्रोजेक्ट है, लेकिन कब और किस तरह की अनुमति मिलेगी, अनुमति मिलेगी या नहीं, असमंजस है।
तालाब पर पहले भी प्रोजेक्ट हो चुके हैं रद्द
● श्यामला हिल्स से सीधे खानूगांव तक ब्रिज तय किया था। इसकी प्राथमिक योजना बनी थी, लेकिन बाद में प्रोजेक्ट रद्द करना पड़ा।
● पश्चिम बायपास के नाम से करीब 3000 करोड़ रुपए का प्रोजेक्ट तय है, लेकिन तालाब के कैचमेंट में आने से प्रोजेक्ट पर काम आगे नहीं बढ़ पा रहा है।
● बोट क्लब वन विहार गेट के पास तालाब में क्रूज रेस्टोरेंट का प्रोजेक्ट तय किया, पर्यावरणीय नियमों की वजह से आपत्ति लगी, प्रोजेक्ट रद्द हो गया।
● बोट क्लब की ओर तालाब में म्म्यूजिकल फाउंटेन तय किया। आठ करोड़ रुपए खर्च भी किए, बाद में पूरा प्रोजेक्ट रद्द हुआ।