एमपी में सर्द हवाओं से बढ़ी ठिठुरन, कोल्ड वेव का अलर्ट जारी

प्रदेश भर में मौसम ने अचानक से करवट बदल ली है। पहली बार इस सीजन में दिन के समय में भी सर्दी का एहसास हुआ। सभी जिलों में सोमवार को दो से तीन डिग्री तक दिन और रात के तापमान में गिरावट दर्ज की गई थी। जबकि मंगलवार को और पारा गिरने की संभावना है। ऐसे में अगले पांच दिनों तक प्रदेश में कड़ाके की ठंड दस्तक दे सकती है, और शीतलहर भी चल सकती है। दिन में बफीर्ली हवाओं की वजह से धूप की तेजी भी कम हो जाएगी। दरअसल पश्चिमी विक्षोभ के असर से प्रदेश में बफीर्ली हवाओं का आना शुरू हो गया है।
इन जिलों में हुई बूंदाबांदी
भोपाल-इंदौर समेत पूरे प्रदेश में 2 से 3 डिग्री सेल्सियस तक पारा गिर गया है। मौसम वैज्ञानिक वेदप्रकाश सिंह ने बताया कि सोमवार को प्रदेश के पूर्वी हिस्से के कुछ जिलों में हल्की बूंदाबांदी हुई। इससे दिन के तापमान में भी गिरावट देखने को मिली। मंडला, बालाघाट, डिंडौरी और अनूपपुर जिलों में पिछले 24 घंटे के दौरान कहीं-कहीं हल्की बारिश हुई। दूसरी ओर, भोपाल समेत कई जिलों में रात के तापमान में गिरावट दर्ज की गई। उत्तर-पश्चिम भारत के ऊपर 12.6 किमी की ऊंचाई पर 260 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं बह रही हैं। इस वजह से बर्फ पिघलेगी और फिर हवा की रफ्तार तेज हो जाएगी। जिसका असर मध्यप्रदेश में भी देखने को मिलेगा।
20 दिसंबर से कड़ाके की ठंड
15 दिसंबर तक मौसम में ऐसा ही उतार-चढ़ाव रहेगा। कभी तेज ठंड, कभी बारिश तो कभी बादल छाए रहेंगे। कड़ाके की ठंड का दौर 20 दिसंबर से शुरू होगा, जो जनवरी तक बना रहेगा। इन्हीं 40 दिनों में 20 से 22 दिन शीत लहर की भी स्थिति रह सकती है। सबसे ज्यादा ठंड उज्जैन, ग्वालियर-चंबल संभाग में रहेगी।
ग्वालियर रहेगा सबसे ठंडा
भोपाल, इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर, जबलपुर समेत प्रदेश के अन्य शहरों में दिसंबर के दूसरे पखवाड़े में ही कड़ाके की ठंड पड़ना शुरू होती है। इन पांच बड़े शहरों में पारे में सबसे ज्यादा गिरावट ग्वालियर में होती है। यहां पिछले 10 साल में एक बार तापमान 1.8 डिग्री तक पहुंच चुका है। ग्वालियर में दिन में गर्मी तो रात में ठंड रहती है। पिछले 10 साल में यहां अधिकतम तापमान 26.2 से 31.6 डिग्री तक रह चुका है। जबलपुर में यह 4.4 डिग्री और उज्जैन में 2.5 डिग्री तक रहा है। भोपाल और इंदौर में भी तापमान 5 डिग्री सेल्सियस से नीचे रहा है।
भोपाल में 3.1 डिग्री रिकॉर्ड तापमान
भोपाल में दिन-रात ठंड और बारिश का ट्रेंड रहा है। 10 में से पिछले 5 साल से भोपाल दिसंबर में भीग रहा है। बारह मिमी तक बारिश होती रही है। इस बार भी बारिश होने के आसार हैं। दिसंबर में ठंड की बात करें तो 11 दिसंबर 1966 की रात में यहां पारा 3.1 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया था। यह अब तक का रिकॉर्ड है। 3 साल पहले 2021 में पारा 3.4 डिग्री पहुंच गया था।

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