मप्र में कड़ाके की ठंड का असर पूरे प्रदेश में महसूस किया जा रहा है। अगले दो दिनों तक (16-18 दिसंबर तक) शीतलहर का प्रभाव जारी रहेगा। मौसम विभाग के अनुसार, 18 दिसंबर के बाद ठंड में थोड़ी राहत मिलने की संभावना है। मौसम विभाग की सीनियर वैज्ञानिक डॉ. दिव्या ई. सुरेंद्रन ने बताया कि उत्तर भारत से चलने वाली बर्फीली हवाओं की वजह से पूरा प्रदेश ठिठुर रहा है। रविवार को भी ऐसा ही मौसम बना रहा।
भोपाल, इंदौर समेत 36 जिलों में शीतलहर और कोल्ड डे का अलर्ट जारी किया गया है। शाजापुर, सीहोर, विदिशा, रायसेन, जबलपुर और शहडोल में ऑरेंज अलर्ट जारी है। विदिशा, रायसेन, शाजापुर, और सीहोर में बर्फ जमने की संभावना है। पचमढ़ी में तापमान 2 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया, जो प्रदेश का सबसे ठंडा स्थान रहा। उमरिया में 2.8 डिग्री और मंडला में 3 डिग्री दर्ज किया गया। भोपाल और जबलपुर क्रमश: 4.2 और 4 डिग्री सेल्सियस के साथ प्रमुख शहरों में सबसे ठंडे रहे।
ठंड का कारण
उत्तर भारत से बर्फीली हवाओं के आने और पश्चिम-उत्तर भारत में 222 किमी/घंटा की गति से चल रही सब-ट्रॉपिकल जेट स्ट्रीम हवाओं के कारण प्रदेश में ठंड का असर अधिक हो गया है।
पेड़-पौधों पर बर्फ जमने की संभावना बढ़ गई
ठंड के कारण पेड़-पौधों पर बर्फ जमने की संभावना बढ़ गई है, जिससे कृषि पर भी असर पड़ सकता है। ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में ठंड से बचाव के लिए सावधानियां बरतने की सलाह दी गई है। आने वाले दिनों में थोड़ी राहत की उम्मीद है, लेकिन फिलहाल ठंड से बचाव के लिए गर्म कपड़े और उचित इंतजाम करना आवश्यक है।