भोपाल में ठंड का 58 साल का रिकॉर्ड टूट गया है। वर्ष 1966 के बाद रविवार-सोमवार की रात में भोपाल में टेम्प्रेचर 3.3 डिग्री रहा। अब पारा 0.3 डिग्री लुढक़ा तो ओवरऑल रिकॉर्ड टूट जाएगा। मौसम विभाग ने मंगलवार को भी शीतलहर चलने का अलर्ट जारी किया है। भोपाल में दिसंबर में दिन-रात ठंड और बारिश का ट्रेंड रहा है। 10 में से पिछले 5 साल से भोपाल दिसंबर में भीग रहा है। आधा से पौन इंच तक बारिश हो गई। हालांकि, इस बार बारिश नहीं हुई, लेकिन लगातार सात दिन से शीतलहर और कोल्ड डे (ठंडा दिन) जैसी स्थिति है। वहीं, रात के पारे में जबरदस्त गिरा हुई है।
मौसम विभाग के अनुसार, दिसंबर में ठंड की बात करें तो 11 दिसंबर 1966 की रात में पारा 3.1 डिग्री पहुंच गया था। यह अब तक का ओवरऑल रिकॉर्ड है। 3 साल पहले 2021 में पारा 3.4 डिग्री पहुंच चुका है, लेकिन रविवार-सोमवार की रात में यह 3.3 डिग्री दर्ज किया गया। यानी, पिछले 10 साल में तो पारा सबसे कम रहा ही, साथ में ओवरऑल रिकॉर्ड के करीब भी है। भोपाल में पिछले 7 दिन से शीतलहर का असर है। वहीं, कोल्ड डे की स्थिति भी है। बर्फीली हवा के असर से कड़ाके की ठंड पड़ रही है। इसके चलते ही दिसंबर का रिकॉर्ड भी टूटा है। मौसम विभाग ने आज भी शीतलहर का अलर्ट जारी किया है। सुबह से ही सर्द हवाएं चल रही है।
जानवरों को ठंड से बचाने वन विहार में लगे हीटर
वन विहार नेशनल पार्क में जानवरों को ठंड से बचाने के लिए हीटर लगाए गए हैं। डिप्टी डायरेक्टर एसके सिन्हा ने बताया, जानवरों के हाउस में हीटर लगाने के साथ ही खिड़कियों को बंद किया गया है। ताकि, सर्द हवाएं अंदर न जाए। कड़ाके की ठंड की वजह से भोपाल में स्कूलों की टाइमिंग 1 घंटा बढ़ा दी गई है। अब सभी स्कूल सुबह 9 बजे से ही लग रहे हैं। सभी सीबीएसई, आईसीएसई और अन्य बोर्ड से जुड़े स्कूलों के लिए यह आदेश है। भोपाल में दिसंबर के दूसरे पखवाड़े में कड़ाके की ठंड का ट्रेंड है, लेकिन इस बार पहले पखवाड़े में ही तेज सर्दी शुरू हो गई है। मौसम विभाग के अनुसार, पिछले 10 साल में रात का टेम्प्रेचर 9 डिग्री के नीचे ही रहा। इस बार पारा काफी नीचे पहुंच गया है।