प्रवेश एवं फीस विनियामक समिति (एएफआरसी) प्रोफेशनल कॉलेजों की आगामी तीन सत्र 2025-26. 2026-27 और 2027-28 की फीस में खर्च एवं अन्य को आधार बनाकर कटौती करेगी। फीस निर्धारित करने के लिए गत सप्ताह हुई एक्सपर्ट कमेटी की बैठक में तीन प्रस्ताव रखे गए थे। इनमें से दो फीस बढ़ाने को लेकर थे, जो निरस्त कर दिए गए। बीते दिनों कमेटी की बैठक में फीस तय करने के लिए फामूर्ला तैयार किया गया। इसमें डेवलपमेंट पर 15 फीसदी और छह प्रतिशत महंगाई के आधार पर फीस की बढ़ोतरी सालाना होती रहेगी। वहीं इंजीनियरिंग कॉलेज के लिए एनबीए और मेडिकल कॉलेजों के लिए एनएबीएच या एनएबीएल और पारंपरिक प्रोफेशनल कॉलेजों के लिए नैक में मिलने वाले 15 फीसदी इन्सेंटिव को घटाकर 10
फीसदी कर दिया गया है। 5 फीसदी इन्सेटिव कम होने से कॉलेजों की फीस में ज्यादा बढ़ोतरी नहीं होगी। फीस कमेटी की बैठक में यह बात भी सामने आई थी कि जिन कॉलेजों के
* खर्च घट या बढ़ रहे हैं. उनकी फीस यथावत नहीं रहेगी। खर्च कम होने पर फीस कम और बढ़ने पर उनकी फीस बढ़ाई जाएगी।
फीस तय करने बैलेंस सीट, मान्यता-संबद्धता जरूरी
जानकारी के अनुसार, कमेटी उन्हीं कॉलेजों की फीस तय करेगी, जिनके पास सेंट्रल पॉडी की मान्यता, संबंधित विवि से संबद्धता और चालू या गत वर्ष की बैलेंस सीट होगी। इन दस्तावेजों के साथ कॉलेजों को कमेटी को प्रस्ताव देने होंगे। दस्तावेज कम होने पर कमेटी फीस निर्धारित नहीं करेगी।
इसी हफ्ते से कॉलेज जमा करा सकेंगे अपने प्रस्ताव
फीस कमेटी आगामी तीन सत्रों की फीस तय कराने के लिए इसी सप्ताह से कॉलेजों के प्रस्ताव जमा कराना शुरू कराएगी। कमेटी को प्रोफेशनल कोर्स में इंजीनियरिंग, मैनेजमेंट, फामेर्सी,
विवि, आर्किटेक्चर, होटल मैनेजमेंट और मेडिकल के साथ एनसीटीई कोर्स संचालित करने वाले सभी कालेजों की फीस निर्धारित करना है। इसी हफ्ते शुरू होगी प्रक्रिया कॉलेजों की फीस तय करने के लिए एक्सपर्ट कमेटी की बैठक में लिए गए निर्णय मान्य होगे।
इनका कहना है
आगामी तीन सत्रों की फीस निर्धारित करने आवेदन करने की प्रक्रिया इसी सप्ताह से शुरू कर दी जाएगी।
– रविंद्र आरकान्हेरे, अध्यक्ष, फीस कमेटी